कानपुर। भारतीय क्रिकेट का इतिहास काफी पुराना है। इन सालों में कई क्रिकेटर आए और गए मगर पहचान सिर्फ उन्हें मिली जिन्होंने कुछ अलग किया। ऐसा ही अनोखा कारनामा करने वाले भारतीय बल्लेबाज हैं विजय मांजरेकर। मांजरेकर का जन्म 26 सितंबर 1931 को हुआ था। वह दाएं हाथ के बल्लेबाज थे। मांजरेकर ने उस जमाने में अपनी धाक जमाई जब इंटरनेशनल क्रिकेट में तेज गेंदबाजी की बादशाहत चलती थी। मांजरेकर की टेक्निक काफी मजबूत थी। ऐसे में वह गेंदबाजों को अच्छी तरह समझ लेते थे।

नहीं लगा पाए एक भी छक्का

विजय मांजरेकर ने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत इंग्लैंड के खिलाफ की थी। पहले मैच में वह दो रन से अर्धशतक से चूक गए थे। मांजरेकर निचले क्रम के बल्लेबाज थे। इसके बावजूद उन्होंने इंटरनेशनल करियर में तीन हजार से ज्यादा रन बना दिए थे। क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, मांजरेकर ने तकरीबन 13 साल तक टेस्ट मैच खेला। इस दौरान उन्होंने 55 मैचों में 39.12 की औसत से 3208 रन बनाए। इसमें 7 शतक और 15 अर्धशतक भी शामिल हैं। इतने रन बनाने के बावजूद मांजरेकर ने पूरे इंटरनेशनल करियर में एक भी छक्का नहीं लगाया।

3000 रन बनाने वाले इस भारतीय क्रिकेटर ने नहीं मारा एक भी छक्का

फर्स्ट क्लॉस क्रिकेट में 12 हजार रन

विजय मांजरेकर का फर्स्ट क्लॉस करियर भी काफी शानदार रहा है। उन्होंने 198 मैचों में 12832 रन अपने नाम किए हैं। इस दौरान उनका औसत 49.92 का रहा। शतकों की बात करें तो विजय के नाम 38 फर्स्ट क्लॉस सेंचुरी दर्ज हैं वहीं अर्धशतकों की संख्या कुल 56 है। मांजरेकर अपनी गेंदबाजी के लिए तो कभी नहीं जाने जाते थे मगर इंटरनेशनल करियर में उनके नाम एक विकेट जरूर दर्ज है वहीं फर्स्ट क्लॉस मैचों में उनके नाम 20 विकेट हैं।

बेटा भी रहा है मशहूर क्रिकेटर

विजय मांजरेकर ने 52 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया था। उनके जाने के बाद बेटे संजय मांजरेकर ने टीम इंडिया में इंट्री ली। संजय मांजरेकर अपने पिता की तरह बहुत ज्यादा फेमस तो नहीं हो पाए मगर उनके नाम भी 37 टेस्ट औी 74 वनडे हैं। संजय मांजरेकर ने 1998 में क्रिकेट को अलविदा कह दिया था और अब वह मशहूर कमेंटेटर हैं।

आज ही पैदा हुआ था वो भारतीय कप्तान जिसने जानबूझकर पाकिस्तान को मैच जितवाया

कोहली ने बताया, वह अनुष्का के साथ घर पर रहते हैं कुछ इस तरह

Cricket News inextlive from Cricket News Desk