- एलडीए ने बसंतकुंज योजना में अवैध कब्जेदारों के खिलाफ की कार्रवाई

- हाईकोर्ट के आदेश पर पहले चरण में विरोध के बीच टीम ने 17 घर खाली कराए

LUCKNOW

आखिरकार एलडीए ने बसंतकुंज योजना में अवैध रूप से रह रहे लोगों को बेदखल करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। शनिवार से शुरू हुई कार्रवाई के पहले चरण में करीब 17 घर खाली कराए गए। इस दौरान टीम को विरोध और नारेबाजी का भी सामना करना पड़ा। हालांकि पुलिस की मौजूदगी के चलते विरोध मुखर नहीं हो सका और कार्रवाई तीन घंटे में ही समाप्त हो गई। वहीं इस दौरान कब्जेदारों ने एलडीए अधिकारियों और बाबूओं पर आरोप भी लगाए।

हाईकोर्ट के आदेश पर कार्रवाई

हाईकोर्ट के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है। वहीं कुछ दिन पहले एलडीए बोर्ड बैठक में भी इस दिशा में निर्णय लिया गया था। हाईकोर्ट के आदेश पर ही एलडीए ने शनिवार को कार्रवाई करने की रूपरेखा बनाई थी।

नारेबाजी, महिला हुई बेसुध

जैसे ही कब्जेदारों को कार्रवाई की भनक लगी उन्होंने विरोध की तैयारी शुरू कर दी। सैकड़ों लोगों की भीड़ सड़क पर जमा हो गई। जैसे ही टीमें आई, नारेबाजी और हंगामा शुरू हो गया। इस दौरान एक महिला बेसुध हो गई। कब्जेदारों का कहना था कि उनके पास कब्जा लेटर व आवंटन रसीदें हैं। ये रसीदें एलडीए के बाबुओं न दी थीं। इसके लिए उनसे 20 से 80 हजार रुपये तक लिए गए। ऐसे में वे कैसे अवैध हो सकते हैं। एलडीए उन्हें किसी भी सूरत में खाली नहीं करा सकता। हालांकि हाईकोर्ट का आदेश आने के बाद एलडीए ने घर खाली करवाने की कार्रवाई शुरू कर दी।

पहले चरण में 17 मकान

जानकारी के अनुसार, सीतापुर-हरदोई बाईपास रोड स्थित इस योजना में करीब 300 परिवारों पर बेदखल होने का खतरा है। एलडीए अधिकारियों की माने तो एक साथ इतने लोगों को बेदखल नहीं किया जा सकता। इसे ध्यान में रखते हुए कई चरण बनाकर कार्रवाई की जाएगी। पहले चरण में 17 घरों को खाली कराया गया है।

कीचड़ बना मुसीबत

जिस स्थान पर कार्रवाई की गई, वहां सड़क काफी खराब है। बारिश होने से चारो तरफ कीचड़ जमा हो गया है। कार्रवाई के दौरान एलडीए टीम और पुलिस को इससे भी परेशानी हुई।

आंखों में आंसू, हाथ में गृहस्थी

जिन घरों को खाली कराया गया, उनमें अधिकांश घरों में लोग रह रहे थे। टीम के आते ही लोगों ने खुद घरों से सामान खाली करना शुरू कर दिया। इस दौरान उनकी आंखों में आंसू झलक रहे थे। वहीं एक दो घरों में ताले लटके मिले, जिनका ताला खुलवाकर सामान हटाया गया।

ये भवन हुए खाली

एलडीए के नजूल अधिकारी ने बताया कि एस-1/429, एस-1/465, एस-1/503, एस-1/28, एस-1/249, एस-2/101, एस-2/148, एस-2/587, एस-1/151, एस-1/501, एस-2/586, एस-2/357, एस-1/192, एस-2/329, एस-1/252, एस-2/201, एस-1/43 को खाली कराया गया है।

हाईकोर्ट के आदेशानुसार बसंतकुंज आश्रयहीन योजना में अवैध कब्जेदारों को हटाकर मूल आवंटियों को जगह दिलाई जा रही है। अवैध कब्जेदारों की संख्या अधिक है, इसलिए कई चरणों में मकान खाली करवाने की कार्रवाई की जाएगी। पहले चरण में 17 मकान खाली कराए गए हैं।

विश्वभूषण मिश्र, नजूल अधिकारी, एलडीए