- दामाद ने अपने भाई के साथ ससुराल में पहुंचकर डाला तेजाब

- मासूम बच्चे सहित सात लोग झुलसे, दो आरोपी किए गिरफ्तार

Meerut: तेजाब की इस जलन से आखिर कब तक लोग जलते रहेंगे। दूसरे की जलन और ईष्र्या का नतीजा मासूम लोगों को पूरी जिंदगी जलाता है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद भी तेजाब खुलेआम बिक रहा है, जिसका खामियाजा कुछ निर्दोष लोगों को भुगतना पड़ता है। लिसाड़ी गेट थाना एरिया के शौकीन नगर में रहने वाले एक परिवार को इस तेजाब की जलन जूझना पड़ रहा है। पूरे परिवार को तेजाब से नहलाने वाला कोई और नहीं बल्कि परिवार का दामाद है, जिसने अपनी पत्नी के साथ लड़ाई को लेकर इस वारदात को अंजाम दिया। फिलहाल सभी पीडि़त मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं और इलाज चल रहा है।

रिश्तों में विश्वास घात

लिसाड़ी गेट थाना एरिया के शौकीन नगर में निसार पुत्र कलवा परिवार के साथ रहता है। पेशे से मजदूरी करता है और अपने परिवार का पेट पालता है। निसार के परिवार में इसकी पत्नी मिस्किना, बेटी गुलिस्ता (ख्क्), निशा (क्म्) और शादीशुदा बेटी तरन्नुम (ख्फ्) पत्नी मुस्तकीम, उजमा (ख्0) पत्नी साजिद हैं। तरन्नुम की शादी फरीदाबाद हुई है और वह गुरुवार को अपने मायके मिलने आई थी। जिसका एक छह महीने का बेटा है। उजमा की शादी पीपलीखेड़ा में हुई है। जिसका पति चिनाई का काम करता है।

बेटी के पति से चल रहा है झगड़ा

निसार का कहना है कि उसकी बेटी उजमा का पति साजिद चिनाई का काम करता है। दो महीने पहले निसार ने अपने दामाद साजिद के खिलाफ महिला थाने में बेटी से दहेज मांगने को लेकर मारपीट करना और उसको मारने के प्रयास का मुकदमा कायम कराया था। साजिद पचास हजार रुपए की मांग कर रहा था। निसार ने बताया कि दो महीने से उसकी बेटी उजमा उसके पास ही रह रही थी। गुरुवार की रात करीब सवा दो बजे साजिद अपने भाई माजिद और रिजवान के साथ शौकीन नगर आया। रात में परिवार के सभी लोग छत पर सोए हुए थे।

सोते हुए डाला तेजाब

निसार का कहना है कि साजिद उसका भाई माजिद व रिजवान सीढ़ी लगाकर छत पर चढ़ गए। इनके हाथ में एक कैन और बोतल थी। जिसमें तेजाब भरा हुआ था। सोते हुए सभी लोगों पर इन्होंने तेजाब उड़ेल दिया। तेजाब की जलन से सभी लोग चिल्लाने लगे। परिवार के लोगों को जागते हुए देखकर साजिद, माजिद और रिजवान भाग निकले। तेजाब के डलने के बाद शोरगुल सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। तुरंत पुलिस को सौ नंबर पर फोन किया गया। पुलिस आई और सभी पीडि़तों को सीधे मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले गई।

दो दबोचे गए

पुलिस ने दो आरोपी माजिद और रिजवान को भागते हुए इलाके दबोच लिया। निसार ने अपने दामाद साजिद और उसके दोनों भाइयों के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी है। जहां निसार का कहना है कि पुलिस वाले इन दोनों के इलाके से पकड़कर ले आए और वे इनको पीपलीखेड़ा व गुलावठी से गिरफ्तारी बता रहे हैं। साथ ही इन दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं कराने का दबाव भी बना रहे थे।

दर्द से रोते रहे

इमरजेंसी में पड़े सभी घायलों के दर्द की आवाज गूंज रही थी। जहां मासूम समद को उसके ही बाप ने ऐसी स्थिति में ला दिया कि वह अपनी शक्ल देखकर बाप को माफ नहीं करेगा। वहीं उसकी मां अपने बच्चे को गोद में लिए हुए रोती बिलखती नजर आ रही थीं। दो तीन लड़कियों की हालत तो काफी खराब है। जिनका इलाज चल रहा है। फिलहाल केस दर्ज हो गया है और मुख्य आरोपी अभी पुलिस के हाथ से बाहर है। ऐसे में देखना यह है कि पुलिस क्या करती है। इन आरोपियों को कितनी सजा मिलती है। जिन्होंने इन सभी को जिंदगी भर की जलन दे दी।