जमीन और संपत्ति के 50 फीसदी विवाद बन रहे हीनियस क्राइम की वजह

पुलिस के साथ प्रशासनिक अधिकारियों को भी रखनी होगी नजर, थाना दिवस महत्वपूर्ण

पारिवारिक विवादों पर ही रहेगी पुलिस की नजर, काउंसलिंग सेंटर्स को किया जाएगा मजबूत

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MEERUT : सावधान! घर की चारदीवारी के अंदर पनप रहे क्राइम पर भी पुलिस की नजर होगी। आपसी रिश्तों में खटास, अवैध संबंध और पारिवारिक संपत्ति आजकल हीनियस क्राइम की वजह बन रहे हैं तो वहीं से 50 से अधिक क्राइम वे हैं जिनकी जड़ में जमीन या संपत्ति विवाद है। सूबे में क्राइम कंट्रोल के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने पुलिस को अब एक कदम आगे बढ़कर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। सीएम के इस स्पेशल मॉड्यूल में पुलिस के अलावा प्रशासन, रेवेन्यू, वन विभाग, जीएसटी, इंडस्ट्री, समाज कल्याण, हेल्थ, महिला कल्याण, नगर निकाय समेत विभिन्न विभागों की भूमिका भी है।


सीएम की खरी-खरी

क्राइम कंट्रोल का मतलब यह नहीं है कि किसी भी घटना का खुलासा कर देना और आरोपियों को जेल भेज देना। अपराधियों के द्वारा किए जा रहे क्राइम का ग्राफ बेशक गिरा है किंतु अभी भी क्राइम कम नहीं है। हत्या, मारपीट, दुष्कर्म, छेड़छाड़, पारिवारिक विवाद आदि पर रोक लगाने के लिए अफसर काम करें। गत दिनों वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान दिए गए सीएम के निर्देशों को रेंज पुलिस ने जनपद मुख्यालयों के साथ साझा किया है। आईजी रेंज राजकुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री का फोकस क्राइम कंट्रोल करने के नहीं बल्कि क्राइम को जीरो करने का है।


न हो आगरा जैसी घटना

आगरा में एकतरफा प्यार में पहले किशोरी के पिता पर हमला और बाद में किशोरी को जिंदा जलाने की घटना को प्रदेश की योगी सरकार ने गंभीरता से लिया है। परिवारों के बीच पनप रही रंजिश क्राइम की घटना की वजह बन रही है तो वहीं ब्लड रिलेशन और पति-पत्‌नी के रिश्ते में खटास भी बड़ी वारदात का कारण बन रही है। सीएम ने पुलिस को एक कदम आगे बढ़कर क्राइम कंट्रोल करने के निर्देश दिए हैं। प्रारंभिक शिकायत को बेहद गंभीरता से लेने के साथ ही सीएम ने सस्पेक्टेड केसेस का रेगुलर फालोअप करने के निर्देश पुलिस को दिए हैं। सीएम के निर्देशों के अनुपालन ने आईजी जोन ने कड़े निर्देश जिला मुख्यालयों को जारी किए हैं।

 

यह है निर्देश

जमीन या संपत्ति संबंधी विवादों का निपटारा किया जाए। समाधान की स्थिति में दोनों पक्षों से बीच लिखित समझौता ही कराया जाए।

 

गांव और शहरों में शांति कमेटी को सक्रिय किया जाए, किसी भी बड़े या त्योहार से पहले शांति कमेटी के साथ पुलिस-प्रशासनिक अफसर बैठक करें।

 

चौकीदारों के साथ पुलिस सम्मान से पेश आए।

 

पति-पत्‌नी, रिश्तेदार के विवाद का रेगुलर फॉलोअप किया जाए।

 

आपसी लेनदेन की शिकायतों को गंभीरता से लिया जाए और पुलिस के साथ-साथ प्रशासनिक कार्रवाई को भी अमल में लाया जाए।

 

शहरों में गली-मोहल्लों और गांवों में गतिशील रहकर संवेदनशील घटनाक्रमों पर नजर रखें।

 

खासकर दो समुदायों के आमने-सामने आने से पहले स्थिति संभालें।

 

सुरक्षा की मांग कर रहे आवेदकों की शिकायत को गंभीरता से लें।

 

घट रहा है क्राइम

छेड़छाड़ और लूटपाट की घटनाओं में 30 प्रतिशत तक कमी आई है तो वहीं आईजी रेंज रामकुमार ने कहा कि मेरठ रेंज में हत्या की घटनाओं में 17 प्रतिशत से अधिक की गिरावट पिछली एक साल में हुई है। थाना दिवस, तहसील समाधान दिवस में आ रही शिकायतों को गंभीरता से लेने के निर्देश आईजी रेंज ने रेंज पुलिस को दिए हैं। ट्रैफिक जाम के चलते हो रही रोड रेज की घटनाओं को संज्ञान लेने के निर्देश आईजी रेंज ने दिए हैं।

 

आमतौर पर देखा गया है कि किसी भी क्राइम के पीछे कुछ न कुछ ऐसी वजह होती है, जिसको सतर्क रहकर टाला जा सकता था। संपत्ति और पारिवारिक विवाद बड़े हादसे की वजह बन रहे हैं। सीएम योगी के निर्देश पर पुलिस को क्राइम कंट्रोल नहीं बल्कि क्राइम जीरो करने निर्देश दिए गए हैं।

राजकुमार, आईजी रेंज, मेरठ