-शास्त्री-आचार्य की वार्षिक परीक्षाएं दो शिफ्ट में हुई शुरू, बिना सीसीटीवी कैमरे वाले भी बनाये गये हैं एग्जाम सेंटर

-यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने नकल रोकने के लिए डीएम, एसपी को लिखा लेटर

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संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी की वार्षिक शास्त्री-आचार्य की परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने सभी केंद्रों को शुचिता पूर्वक परीक्षा कराने का निर्देश दिया है, परीक्षा में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी मिलने पर अर्थदंड व कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है। इन सब चेतावनी के बावजूद सेटिंगबाज अपनी कारगुजारी से बाज नहीं आएंगे। तय यह हुआ था कि बिना सीसीटीवी वाले कॉलेलेज को सेंटर नहीं बनाया जाएगा लेकिन सूबे भर में बनाए गए सेंटर में अधिकतर कॉलेज सीसीटीवीविहीन हैं। सेटिंगबाजों ने ऐसे महाविद्यालयों को भी सेंटर बनवा दिया। पूरे देश में 62872 परीक्षार्थियों के लिए 319 केंद्र बनाए गए हैं। इसमें सूबे के बाहर 53 केंद्र भी शामिल है।

जहां कैमरे नहीं वहां जिला प्रशासन

यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन की मानें तो परीक्षा को नकलविहीन बनाए रखने के लिए इस साल सीसी कैमरे से लैस महाविद्यालय को प्राथमिकता के आधार पर केंद्र बनाया गया है। किन्हीं कारणवश जिन केंद्रों में कैमरे नहीं लगे हैं। उन पर विशेष नजर रखने के लिए डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन का सहयोग लिया जा रहा है। इस क्रम में सूबे के सभी डीएम, एसपी, डीआईओएस को सेंटर्स की लिस्ट व टाइम टेबल भेज भी दी गई है। ताकि लोकल लेवल पर वह परीक्षाओं पर नजर रख सके। यूनिवर्सिटी लेवल पर पर भी आंतरिक सचल दस्ता गठित किया जा रहा है जो विभिन्न केंद्रों का औचक निरीक्षक करेगी। यदि किसी केंद्र पर पर्यवेक्षक या निरीक्षण दल को रोकने की कोशिश की गई तो उसकी भी मान्यता समाप्त करने की संस्तुति की जाएगी।

डिस्ट्रिक्ट में 21 सेंटर

शास्त्री आचार्य की परीक्षा के लिए डिस्ट्रिक्ट में 21 केंद्र बनाए गए हैं। इसमें नगर के छह केंद्र भी शामिल हैं।

शहर में

-संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी -शास्त्रार्थ स्नातकोत्तर महाविद्यालय -संस्कृत महाविद्यालय (दशाश्वमेध) -राम कृष्ण विद्या मंदिर इंटर कॉलेज (सिद्धगिरी बाग)

-लाल बहादुर शिक्षण संस्थान इंटर कॉलेज (गांधी नगर नरिया),

-रामानुज सं.म.वि। (मिश्रपोखरा) व काशी गुरुकुल सं.म.वि। (धूपचंडी)

वार्षिक परीक्षाओं में पूरी शुचिता बरती जा रही है। जिन सेंटर्स पर कैमरे नहीं लगाए गए हैं वहां जिला प्रशासन का सहयोग लिया जा रहा है।

प्रो। राजनाथ, परीक्षा नियंत्रक

सम्पूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी