- पूछताछ में मिले अहम सुराग, तनाव के बाद हालात सही होने का इंतजार

- एटीएस की गिरफ्त में आए जैश के दोनों आतंकियों का मिला बड़ा नेटवर्क

- कई वर्चुअल नंबरों से हो रही थी पीओके और पाकिस्तान में भी बातचीत

ashok.mishra@inext.co.in
LUCKNOW : पुलवामा हमले को अंजाम देने वाले आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के खिलाफ यूपी एटीएस कश्मीर में 'सर्जिकल स्ट्राइक' करने की तैयारी में है। पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव से कश्मीर में हालात बिगड़ने से एटीएस की टीम को फिलहाल भेजा नहीं गया है। दरअसल देवबंद से पकड़े गये जैश के दोनों आतंकियों से पूछताछ के बाद एटीएस को तमाम ऐसे अहम सुराग हाथ लगे हैं जिनके खिलाफ ठोस कार्रवाई से जैश ए मोहम्मद को गहरा नुकसान पहुंचाया जा सकता है। इसमें से तमाम अहम जानकारियां जम्मू-कश्मीर पुलिस से साझा भी की जा रही है। जल्द ही दोनों आतंकियों को साथ लेकर एटीएस कश्मीर का रुख कर सकती है।

तमाम नंबरों से मिले सुराग
एटीएस के सूत्रों की मानें तो देवबंद से पकड़े गये जैश के आतंकियों शाहनवाज तेली और आकिब अहमद मलिक के मोबाइल से एक दर्जन से ज्यादा ऐसे नंबर मिले हैं जो जैश के आतंकियों के बताए जा रहे हैं। इसके अलावा तमाम वर्चुअल नंबरों की भी पड़ताल की जा रही है जिसके जरिए वे सीमापार बैठे अपने आकाओं से संपर्क में थे। ऐसे वर्चुअल नंबरों की संख्या खासी ज्यादा है और एटीएस के अधिकारी उनके आईपी एड्रेस खंगाल कर उनकी पहचान करने की कोशिश कर रहे है। इन जानकारियों को जम्मू कश्मीर पुलिस के अलावा आईबी के साथ भी साझा किया जा रहा है। ध्यान रहे कि डीजीपी ओपी सिंह ने भी जैश के दोनों आतंकियों से पूछताछ के बाद आईबी के दफ्तर जाकर तमाम अहम जानकारियां साझा की थी। शाहनवाज और आकिब की रिमांड मंगलवार को खत्म हो रही है जिसके बाद उनको जेल भेजा जाएगा। वहीं कश्मीर में हालात ठीक होते ही दोनों को फिर से रिमांड पर लेकर कश्मीर में बड़े पैमाने पर छापेमारी की जाएगी।

 

 

आतंकियों का काल है यूपी पुलिस
दरअसल यूपी पुलिस के इतिहास पर नजर डालें तो यह आतंकियों के लिए काल है। यूपी में जैश ने अपनी जड़ें जमाने का प्रयास किया तो नौ आतंकियों को पुलिस की गोलियों का शिकार होना पड़ा। ऐसा ही हाल लश्कर ए तैयबा, हिज्बुल मुजाहिदीन, इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी भी शामिल है। यही नहीं, यूपी में सिमी के नेटवर्क को तोड़ने में भी पुलिस को सफलता मिल चुकी है तो वहीं आतंक का गढ़ माने जाने वाले आजमगढ़ के संजरपुर में भी बीते कुछ सालों के दौरान पुलिस ने आतंकियों को पनपने नहीं दिया। लखनऊ जेल में बंद नूरा ने जब भागने की कोशिश की तो एसटीएफ ने जेल रोड पर मार गिराया था। मोस्ट वांटेड डॉन दाऊद इब्राहिम का साथी नूरा देशविरोधी गतिविधियों में लिप्त था। वहीं दो साल पहले आईएस के खुरासान मॉड्यूल के आतंकियों ने राजधानी में पनाह लेने की कोशिश की तो एटीएस ने सैफुल्लाह को एनकाउंटर में ढेर कर दिया जबकि उसके एक दर्जन से ज्यादा साथियों को गिरफ्तार किया था।

 

 

यूपी के दस लाख के इनामी आतंकी
यूपी के आजमगढ़ के सरायमीर निवासी छह आतंकी दस लाख रुपये के इनामी है। इन पर एनआईए ने इनाम घोषित किया है। इनमें डॉ। शाहनवाज, शादाब उर्फ बड़ा साजिद उर्फ जुनैद चिकना, अबू राशिद, राशिद उर्फ सुल्तान, आसिफ और आफताब शामिल है जो बाद में आईएस में शामिल हो गये थे। इनका नाम बटला हाउस एनकाउंटर के अलावा दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, वाराणसी, गोरखपुर आदि शहरों में हुए कई सिलसिलेवार बम धमाकों में सामने आया था। इनमें से बड़ा साजिद के सीरिया में मारे जाने की खबर भी आई थी पर इसकी पुष्टि नहीं हो सकी थी।

जैश के आतंकियों शाहनवाज तेली और आकिब अहमद मलिक के पास तमाम ऐसे नंबर मिले हैं जो जैश के नेटवर्क से जुड़े है। जल्द ही एटीएस की एक टीम जम्मू-कश्मीर जाकर उनके खिलाफ ऑपरेशन को अंजाम देने की तैयारी में है। कश्मीर में हालात थोड़े सामान्य होते ही हम अपना काम शुरू कर देंगे।
- असीम अरुण, आईजी एटीएस