-बीआरडी में सुरक्षा का अभाव

-डॉक्टरों पर हो चूके हैं हमले

सुरक्षा का भय सता रहा
Gorakhpur@inext.co.in
GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कालेज की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह फेल हो गई है। यहां पर कभी छेड़छाड़ तो कभी डॉक्टरों पर हमले के मामले आम हो गए हैं। यही नहीं तीमारदार और डॉक्टरों की बीच आए दिन यहां झगड़े होते रहते हैं। लेकिन बीआरडी प्रशासन सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने में फेल साबित हो रहा है। जिससे डॉक्टरों को भी अपनी सुरक्षा का भय सता रहा है.नाम न बताने की शर्त पर डॉक्टर अपना दर्द बयां कर रहें हैं।

कैंपस में नहीं दिखते हैं गार्ड
बीआरडी कैंपस में अंदर जाने लिए रास्ता हमेशा खुला रहता है। इसके साथ ही नेहरू चिकित्सालय से लगाए कैंपस में कहीं भी कोई भी बे रोकटोक जा सकता है.मेन गेट पर गार्ड की डयूटी तो लगाई जाती है, लेकिन वो केवल औपचारिकता ही पूरी करते हैं। यही नहीं कैंपस में दिन में तो गार्ड दिख भी जाते हैं, जबकि रात में उनके दर्शन भी दुर्लभ हो जाते हैं। ऐसे में दूर-दूर से आए मरीजों के तीमारदार आए दिन दलालों के जाल में फंस जाते हैं। जबकि डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं है।

ट्रामा सेन्टर में सबसे ज्यादा खतरा
बीआरडी मेडिकल कालेज में नेपाल, बिहार से लगाए दूर-दूर के गंभीर मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। वहीं ट्रामा सेन्टर में एक्सीडेंट से लगाए मारपीट और गैंगवार जैसे केस आते रहतें हैं। जिसमें एक मरीज के साथ सैकड़ों की भीड़ भी पहुंच जाती है। जिससे डॉक्टर भी असुरक्षित महसूस करते हैं। वहीं सीरियस केस में कहीं मरीज की मौत हो गई तो यही भीड़ बेकाबु हो जाती है। जो डॉक्टरों से हाथापाई पर भी उतारू हो जाती है। वहीं ट्रामा सेन्टर में लगे दो से तीन गार्ड चाहकर भी भीड़ को काबु नहीं कर पाते हैं। इससे डॉक्टर को असुरक्षा तो महशुस होती ही है साथ इलाज करने में भी परेशानी होती है।

सीसीटीवी का पता नहीं
बीआरडी में घटनाओं को रोकने के लिए पूर्व में ही मेडिकल प्रशासन ने सीसीटीवी कैमरे लगाने की बात की थी। लेकिन अभी तक कैंपस में कहीं भी कैमरे नहीं लग पाए। वहीं ट्रामा सेन्टर के प्राइवेट द्वार व इमरजेंसी में जो कैमरे लगे वो काम ही नहीं करते हैं।

इन घटनाओं ने सुरक्षा की दी चुनौती

केस-1 बीआरडी के ग‌र्ल्स हॉस्टल के पास दो माह पहले एक जूनियर रेजीडेंट के साथ छेड़छाड़ का मामला हुआ था.जिसके बाद आनन-फानन में यहां दो गार्ड की डयूटी लगाई गई थी।

केस-2 बीआरडी में शनिवार की रात एक किशोरी के साथ रेप का मामला प्रकाश में आया था। जिसमे पुलिस की जांच में पता चला कि नौकरी का झांसा देकर तीन युवकों ने मेडिकल कालेज के बर्न वार्ड की छत पर किशारी के साथ छेड़छाड़ की है। जिसके बाद युवकों के ऊपर मुकदमा दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।

केस-3 - 8जून शुक्रवार की रात मरीज की मौत से गुस्साए तीमारदारों ने आद्या दर्जन जूनियर डॉक्टरों की दौड़ा-दौड़ाकर पिटाई की थी। इसके बाद ट्रामा सेन्टर में अफरा-तफरी का माहौल हो गया था। इस घटना के बाद जूनियर डॉक्टर आक्रोशित हो गए थे। जिसके बाद पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच में लग गई।

केस-4 -23 जून रविवार को मेडिकल कालेज में नर्स के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। रविवार देर रात वार्ड नम्बर चार में संविदा नर्स की डयूटी थी। अचानक नर्स के चिल्लाने पर लोगों ने छेड़छाड़ करने वाले युवक को पकड़ लिया।

कैमरे लगवाने की कवायद शुरू
बीआरडी मेडिकल कालेज की सुरक्षा बढ़ाने के लिए 60 अतिरिक्त गार्ड की डिमांड की गई है। साथ ही सीसीटीवी कैमरे लगवाने की कवायद शुरू की जाएगी।
डॉ। गणेश कुमार प्रिसिंपल बीआरडी मेडिकल कालेज

बीआरडी की सुरक्षा के लिए गार्ड की डिमांड की गई है साथ ही प्रमुख सचिव के वीडियो कान्फ्रेसिंग में सीसीटीवी कैमरे की भी डिमांड की गई है.
डॉ। गिरीश चन्द्र एसआईसी, नेहरू चिकित्सालय