- दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट पाथ-वे में शामिल हुए सैकड़ों स्टूडेंट्स

- कॅरियर काउंसलिंग में एक्सप‌र्ट्स ने सॉल्व की हर कंफ्यूजन

GORAKHPUR: कॅरियर क्या है? कॅरियर में आपको क्या करना है और किस फील्ड में आपका इंट्रेस्ट है। अगर इन तीन सवालों के जवाब आपको मिल गए तो इसका मतलब कि आपका गोल क्लियर है। यह बातें रविवार को दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की ओर से आयोजित इंडियन इंटीलिजेंस टेस्ट सीजन 4 के ऑनलाइन पार्टिर्सिपेंट्स के लिए हुई कॅरियर काउंसलिंग में एक्सप‌र्ट्स ने स्टूडेंट्स को बताईं। स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज में हुए प्रोग्राम में डीडीयूजीयू के मेधा कॅरियर सेंटर के स्टूडेंट्स रिलेशन मैनेजर विनीत कुमार सिंह और पीयूष गुप्ता ने सैकड़ों स्टूडेंट्स के डाउट्स क्लियर करने के साथ ही उन्हें कॅरियर के लिए तमाम महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए।

वही करो जिसमें हो इंट्रेस्ट

इस दौरान स्टूडेंट्स ने अपने मन में चल रहे कॅरियर को लेकर तमाम सवाल एक्सप‌र्ट्स से पूछे जिसपर एक्सप‌र्ट्स ने भी उनके सवालों का जवाब देते हुए सभी डाउट्स क्लियर किए। किसी ने पूछा कि गोल कैसे अचीव करें, तो किसी ने बायो स्ट्रीम के साथ डॉक्टर बनने के अलावा और क्या-क्या कर सकते हैं के बारे में पूछा। इसके अलावा कई स्टूडेंट्स ने आईएएस की तैयारी संबंधी सवाल पूछे। वहीं, किसी ने पूछा की किसी फील्ड में इंट्रेस्ट तो है लेकिन कॉनफिडेंस नहीं है। ऐसे तमाम मुश्किल सवालों का बेहद सरल तरीके से जवाब देते हुए एक्सप‌र्ट्स ने स्टूडेंट्स के मन में चल रहे सभी कंफ्यूजंस को दूर कर दिया। एक्सप‌र्ट्स ने बताया कि पढ़ाई वही करनी चाहिए, जिसमें आपका इंस्ट्रेट हो। अगर आपके अंदर किसी चीज को लेकर इंट्रेस्ट है, तो उस काम को करने में आपका मन तो लगेगा ही साथ ही उसमें अचीवमेंट भी मिलेगा।

पैरेंट्स ने भी दिए टिप्स

कॅरियर काउंसलिंग पाथ-वे में एक्सप‌र्ट्स के अलावा मौैजूद रहे कई पैरेंट्स ने भी स्टूडेंट्स को यूजफुल टिप्स दिए। पैरेंट्स ने कहा कि हम लोग सही गाइडेंस और काउंसलिंग ना होने के कारण कॅरियर में कई वो चीजें अचीव नहीं कर सके जो हम चाहते थे। लेकिन आज के समय में ऐसे प्रोग्राम्स को अटेंड कर आपकी राह तो आसान होगी ही, साथ ही आप अपने गोल भी अचीव कर सकेंगे। एक्सप‌र्ट्स व पैरेंट्स दोनों ने स्टूडेंट्स को बताया कि कॅरियर तय करने से पहले तीन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। पहला- इंट्रेस्ट क्या है?, दूसरा- क्या हम यह कर सकते हैं? और तीसरा- उसकी खूब तैयारी कर उसमें परफेक्ट हो जाना। अगर आपने यह तीनों बातें याद रखते हुए अपना कॅरियर तय किया तो आपको कोई भी फील्ड चुनने में कभी कोई प्रॉब्लम नहीं होगी।

मिला सर्टिफिकेट

इसके अलावा बीती पांच मई को दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की ओर से आयोजित इंडियन इंटीलिजेंस टेस्ट (आईआईटी) एग्जाम में पास हुए स्टूडेंट्स को सर्टिफिकेट भी दिया गया।

कोट्स

कॅरियर को लेकर मन में कई डाउट्स थे। प्रोग्राम में आकर पता चला कि मुश्किल दिखने वाले कॅरियर को कैसे आसान बनाया जा सकता है। जिन चीजों पर कॉन्फिडेंस नहीं था अब वो भी आ गया।

- कनक, स्टूडेंट, क्लास 9 आरपीएम एकेडमी

पहले लगता था कि बायो के साथ डॉक्टर बनने के अलावा और कोई ऑप्श्न नहीं है। लेकिन आज पता चला कि इसके अलावा भी इसमें फॉर्मा, मेडिकल, रिसर्च, फूड प्रासेसिंग जैसे कई ऑप्श्न हैं।

- शोभित, क्लास 8, मेट्रोपॉलिटन स्कूल

पढ़ाई के दौरान स्टूडेंट्स के उपर कई तरह के प्रेशर होते हैं, लेकिन अगर वे ऐसे प्रोग्राम्स अटेंड करते रहें तो प्रेशर तो खत्म होगा ही, उन्हें बेहतर कॅरियर चुनने में भी मदद मिलेगी।

- आदित्य, क्लास 8, जीडी गोयनका स्कूल

आज पता चला कि इंट्रेस्ट, अफर्ट और गोल इन तीनों को अगर सही दिशा में बांट दिया जाए तो सक्सेस जरूर मिलेगी। प्रोग्राम में आकर कई नई चीजें सीखने को मिलीं। ऐसे प्रोग्राम्स होते रहने चाहिए।

- शुभम, क्लास 10, जीएन नेशनल पब्लिक स्कूल

एक्सपर्ट कॉलिंग

कॅरियर को लेकर स्टूडेंट्स के मन में कई डाउट्स और कंफ्यूजन रहते हैं। अगर उनकी सही काउंसलिंग की जाए तो वे बेहद आसानी से अपना गोल अचीव कर सकते हैं। लेकिन इसमें जरूरी होगा कि बच्चे पर कभी यह प्रेशर न बनाया जाए कि उसे यही करना है। उसे वही करने दें जिसमें उसका इंट्रेस्ट हो।

- पीयूष गुप्ता, एक्सपर्ट

बेहतर कॅरियर के लिए सही गाइडेंस के अलावा काउंसलिंग भी बेहद जरूरी होती है। इसके लिए स्टूडेंट से ज्यादा पैरेंट्स को ध्यान देने की जरूरत है। कई बार पैरेंट्स किसी प्रॉब्लम की वजह से बच्चों को वह नहीं करने देते जो वे करना चाहते हैं। इससे बच्चों के कॅरियर पर बुरा असर पड़ता है।

विनीत कुमार सिंह, एक्सपर्ट

प्रोग्राम में एक्सप‌र्ट्स ने बच्चों की जिस तरह काउंसलिंग की, जरूर ही इससे उनके मन में चल रहे तमाम डाउट्स क्लियर हो गए। वे जो सवाल अपने पैरेंट्स से नहीं कर पाते, एक्सप‌र्ट्स से पूछ उन्हें उनके जवाब भी मिल गए। बच्चों को सही दिशा देने के लिए इस तरह के प्रोग्राम बेहद सार्थक साबित होंगे।

- राजीव गुप्ता, डायरेक्टर, स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज

इस प्रोग्राम को अटेंड कर सिर्फ बच्चों के डाउट्स ही नहीं क्लियर हुए, बल्कि पैरेंट्स को भी यह पता चला कि उनके बच्चे के लिए सही क्या है। आम तौर पर देखा जाता है कि बच्चे सिर्फ पैरेंट्स के कहने पर अपना कॅरियर तय करते हैं, लेकिन इस प्रोग्राम के बाद स्टूडेंट्स और पैरेंट्स को काफी कुछ सीखने को मिला है।

- अपनीत गुप्ता, प्रिंसिपल, स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज