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PATNA : इंजीनियरिंग की तैयारी करने वाले हर स्टूडेंट्स का सुपर 30 में एडमिशन लेने का सपना होता है। यह सपना उस दावे से पलता है जिसमें 30 में 30 स्टूडेंट की आईआईटी में सीट पक्की होने का दावा किया जाता है। लेकिन संस्थान में एडमिशन लेने के बाद पता चलता है कि सुपर 30 तो एक छलावा है। रामानुजम की कमाई का एक जरिया है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के पास पूरे देश से हजारों फोन और मैसेज आ रहे हैं। उसमें कई ऐसे स्टूडेंट्स है जो रामानुजम में पढ़कर आईआईटी में असफल रहे तो कई ऐसे हैं जिन्होंने एक साल के बाद अपना नाम ही कटवा लिया।

यहां सवाल पूछना मना है

स्टूडेंट्स का कहना है कि क्लास में आनंद सर से सवाल नहीं पूछ पाते थे। बस उनका रटा रटाया टॉपिक रहता था उसी पर चर्चा होती थी। आनंद सर के पास यह सोचकर आए थे कि उनसे डिस्कस करने को मिलेगा लेकिन जब वे टाइम नहीं देते तो हमने रामानुजम छोड़ दिया।

मैं यह सोचकर आया था कि सुपर 30 में एडमिशन होगा लेकिन टेस्ट के बाद पता चला कि रामानुजम में दाखिला हुआ। अब दूसरे कोचिंग में पढ़ रहा हूं क्योंकि वहां आनंद सर के पास टाइम ही नहीं होता है।

- स्टूडेंट

सिर्फ 3 स्टूडेंट्स हुए हैं सेलेक्ट

आंनद कुमार का दावा है कि 2018 के जेईई रिजल्ट में सुपर 30 के 26 स्टूडेंट्स ने आईआईटी में अपनी जगह बनाई। लगातार खबरों के बाद सुपर 30 के ही एक स्टूडेंट दैनिक जागरण आई नेक्स्ट को अपना एक वीडियो भेजा है जिसमें उसने दावा किया है कि इस साल सुपर 30 में सिर्फ 22 स्टूडेंट्स को ही आनंद कुमार ने पढ़ाया था जिसमें से सिर्फ 3 रेगुलर स्टूडेंट्स ही आईआईटी क्वालीफाई कर पाए हैं। इन तीनों में गगन, ओनरजीत और अनुपम है। आपको बता दें डीजे आई नेक्स्ट पहले ही इस बात का खुलासा कर चुका है कि 2018 में दो स्टूडेंट ऐसे थे जो कोटा में रहकर पढ़े और उन्हें आनंद कुमार ने अपना स्टूडेंट बताकर न्यूज चैनल को इंटरव्यू दिया था।

सफल को कर दिया गायब

चौंकाने वाली बात यह है कि इन सफल तीन स्टूडेंट्स में गगन और अनुपम को आंनद कुमार ने सुपर 26 में शामिल ही नहीं किया। जेईई मेंस का रिजल्ट आने के बाद सूर्यकांत, सूरज कुमार और यश कुमार आनंद के पास मैथ पढ़ने आए थे। एडवांस का रिजल्ट आने के बाद इन तीनों को सुपर 26 में शामिल कर लिया।

12 असफल की सूची है हमारे पास

जेईई एडवांस 2018 के रिजल्ट के बाद आनंद कुमार ने दावा किया कि सुपर 30 में इस बार सिर्फ 26 स्टूडेंट्स सेलेक्ट हुए हैं। चार की असफलता पर उन्होंने दुख भी व्यक्त किया। एक न्यूज चैनल को इंटरव्यू देते समय उन्होंने अपने सफल स्टूडेंट को अपने पास खड़ा किया। डीजे आई नेक्स्ट ने जब इन सफल स्टूडेंट्स के चेहरों से पड़ताल करना शुरू की तो 11 असफल चेहरे सामने आए। यह है सुपर 26 के 11 असफल स्टूडेंट्स के नाम।

यह है असफल स्टूडेंट्स की सूची

काशी, अर्पित, सुचारु, राम कुमार, प्रीतरंजन, सूरज खरवार, दीपक, राजू, पुष्पेंद्र, अशफाक, पि्रंस है। इनका चयन 2017-18 आईआईटी एडवांस में नहीं हुआ है।

स्कॉलरशिप का छलावा

आनंद कुमार का एक और खेल उजागर हुआ है। स्टूडेंट्स का आरोप है कि जेईई मेंस का रिजल्ट आने के बाद जिन बच्चों के नंबर बहुत अच्छे होते थे उन्हें सुपर 30 में शामिल कर स्कॉलरशिप देने का लालच दिया जाता था। मेंस और एडवांस के बीच के 42 दिनों में स्कॉलरशिप के प्रलोभन का खेल एडवांस के रिजल्ट के दिन तक चलता था। इस तरह 60 दिन में कितने नए स्टूडेंट्सआते और जाते इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है। बाद में इन स्टूडेंट्स को स्कालरशिप भी नहीं दी जाती थी।

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