आगरा. शहर में पड़ रही भीषण गर्मी और गर्मी से होने वाली बीमारियों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. सीएमओ ने अलर्ट जारी करते हुए ग्रामीण एवं शहरीस्तर पर सभी को हीट स्ट्रोक एवं लू से बचने के लिए जागरूक किया है. सीएमओ डॉ. मुकेश वत्स ने कहा कि गर्मी की शुरुआत एक मई से प्रारंभ हो गई है. भीषण गर्मी का प्रकोप जून के अंत तक रहेगा. ऐसे में जरा सी लापरवाही हमें कई तरह की बीमारियों से ग्रसित कर सकती है. बीमारियों से बचने के लिए हम अपने स्तर से ही स्वयं जागरूक होकर अपनी रक्षा करें.

जून में हावी रहेगा हीट स्ट्रोक

सीएमओ डॉ. मुकेश वत्स ने कहा कि मई व जून में लू एवं हीट स्ट्रोक का मौसम रहता है. धूप में निकलने से अधिकांश लोग बीमार पड़ जाते हैं. बच्चों में इस मौसम में डायरिया और डीहाइड्रेशन की शिकायतें बढ़ जाती हैं. शरीर से अधिक पसीना निकलने के कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है. इसलिए धूप से बचें और अधिक से अधिक पानी पीएं. रसदार फल खाएं.

स्टाफ को किया गया प्रशिक्षित

हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग कार्य कर रहा है. डॉ. मुकेश वत्स ने इंतजामों को लेकर बताया कि सभी विभागोुं को सक्रिय रहने व विपरीत परिस्थितियों में तत्काल राहत देने के लिए प्रशिक्षित कर दिया गया है. जिले में लू को देखते हुए जिला व ब्लॉक स्तर पर इलाज की समुचित व्यवस्था के लिए ओआरएस एवं आईवीफ्ल्यूड आदि का पर्याप्त स्टॉक करा दिया गया है.

आमजन को किया जा रहा जागरूक

स्वास्थ्य विभाग ने आमजन को गर्मी से बचाव के लिए अलर्ट कर दिया है. ग्रामीण एवं शहरी स्वास्थ्य केन्द्रों पर दवाओं की पूर्ति कर दी गई है. इसके साथ ही जिला स्तर से ब्लॉक स्तर के सभी अधिकारी व कर्मचारियों को जलजनित बीमारी, निज स्वच्छता व सफाई हेतु संवेदनशील कर दिया गया है. मच्छरों से बचाव हेतु फॉगिंग व लारवा साइडल स्प्रे नियमित रूप से किया जा रहा है.

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मई और जून में लू का प्रकोप बढ़ जाता है. ऐसे में सभी को तेज गर्मी से बचने के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है. ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में दवाएं उपलब्ध करा दी गई हैं.

डॉ. मुकेश वत्स, सीएमओ, स्वास्थ्य विभाग

गर्मी से बचने के लिए यह अपनाएं

-अधिक से अधिक पानी पीएं

-पसीना सोखने वाले पतले व हल्के रंग के वस्त्र ही पहनें

-धूप में जाने से बचें, यदि धूप मे जाना जरूरी हो तो चश्मे, छाते, टोपी व चप्पल आदि का प्रयोग करें

-यदि आप खुले मे कार्य करते हैं तो सिर, चेहरा, हाथ-पैरों को गीलें कपड़े से ढकते रहें और यदि संभव हो तो छाते का प्रयोग करें

-घर से निकलते समय अपने पास स्वच्छ पीने का पानी रखें

-ओआरएस घर में बने हुए पेय पदार्थ जैसे लस्सी, चावल का पानी, नीबू-पानी, छाछ आदि का प्रयोग करें

-यदि मूर्छा या बीमारी का अनुभव हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं

-घरेलू जानवर को छाया में रखें, पर्याप्त मात्रा में पीने का पानी दें

-गर्भस्थ महिलाओं, छोटे शिशुओं व बड़ी उम्र के लोगों की विशेष देखभाल करें