-कांशीराम हॉस्पिटल में ट्रॉमा के लिए डॉक्टर्स के पद स्वीकृत हुए, 5 बेड का सर्जिकल आईसीयू बनाने की कवायद

- एनएच-25, 02 और 91 के पास होने की वजह से सड़क हादसों का शिकार मरीजों को सबसे ज्यादा फायदा

ट्रामा फैसिलिटीज के फायदे-
- कांशीराम हॉस्पिटल तीन मुख्य नेशनल हाईवे के पास स्थित होने से घायलों को फौरन इंटेसिव केयर की सुविधा मिलेगी।

- महाराजपुर से लेकर सरसौल नर्वल और गंगाघाट से नौबस्ता हाईवे के आसपास होने वाले एक्सीडेंट्स में घायलों को 30 मिनट में ही अस्पताल पहुंचाया जा सकेगा

- चेस्ट व ब्रेन इंजरी, आर्थोपेडिक, जनरल सर्जरी से लेकर वैस्कुलर सर्जरी की सुविधा भी हो सकेगी

- कांशीराम हॉस्पिटल के ओटी में सी आर्म मशीन आने से आर्थोपेडिक सर्जरी अब ज्यादा एक्यूरेसी से की जा सकेगी

- क्रिटिकल पेशेंट्स की इंटेसिव केयर की सुविध्ा मिलेगी

सर्जिकल आईसीयू में यह इंतजाम-
5 बेड का आईसीयू, आईसीयू वेंटीलेटर सहित, मरीजों के लिए मानीटर, पल्सऑक्सीमीटर, बाईपेप मशीनें, इंटेसिव केयर मॉनीटर, सेंट्रल ऑक्सीजन लाइन

फैक्टफाइल-

-3 लाख मरीजों की ओपीडी हर साल

-9 हजार से ज्यादा मरीज हुए भर्ती

- 1 हजार मरीजों की रोजाना ओपीडी

- जनरल सर्जरी, आर्थोपेडिक, मेडिसिन, गायनी, ऑप्थेल्मोलॉजी, ईएनटी के डॉक्टर्स

सैद्धांतिक सहमति बन गई
सर्जिकल आईसीयू के लिए जरूरी उपकरणों की खरीद की जानी है। अभी सामान्य ट्रामा के मरीजों का तो इलाज हो जाता है,लेकिन क्रिटिकल पेंशेंट्स को हैलट रेफर करना पड़ता है। शासन के पास उपकरणों की खरीद का प्रस्ताव भेज दिया है। जिस पर सैद्धांतिक सहमति बन गई है।

- डॉ.एसके पांडेय, सीएमएस, कांशीराम