मरने वालों में 2 बच्चे, 9वीं की एक स्टूडेंट और जरदोजी कारीगर शामिल

नवाबगंज व फतेहगंज पश्चिमी में संदिग्ध जेई बुखार से दो मौतें हुई

आरएमएसी में डेंगू सस्पेक्टेड स्टूडेंट और डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में 4 साल के मासूम की मौत

BAREILLY:

बरेली में जानलेवा बुखार की चपेट में आकर हो रही मौतों का सिलसिला सैटरडे को भी जारी रहा। बरेली जिले में सैटरडे को अलग अलग जगहों पर जानलेवा बुखार की चपेट में आकर 4 जिंदगियां खत्म हो गई। मरने वालों में तीन बच्चे भी शामिल हैं। सैटरडे को हुई 4 मौतों में से दो संदिग्ध जेई बुखार, दो सस्पेक्टेड डेंगू और दो तेज बुखार से पीडि़त थे। इससे पहले थर्सडे को विशारतगंज निवासी एक आदमी की और फ्राइडे को नवाबगंज में एक 5 साल के बच्चे के संदिग्ध डेंगू से मौत हो गई थी। वहंी बरेली में दो मरीजों के सैंपल में डेंगू कंफर्म होने से तस्वीर और भयानक होती जा रही है।

सस्पेक्टेड जेई से दो मौतें

सैटरडे को नवाबगंज के कस्बा निवासी राशिद हुसैन उम्र 22 साल जरदोजी का काम करता था। 31 अगस्त को बुखार आने पर उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। परिजन उसे चौपुला स्थित एक निजी हॉस्पिटल ले गए। मरीज में जेई के लक्षण दिखने पर उसे हायर सेंटर रेफर किया गया। परिजन उसे दिल्ली के मयूर विहार स्थित एक निजी हॉस्पिटल ले गए। जहां सैटरडे सुबह उसने दम तोड़ दिया। वहीं फतेहगंज पूर्वी निवासी खुशीराम के 6 साल के बेटे की फ्राइडे रात बुखार से मौत हो गई। 6 साल के मासूम में जानलेवा बुखार जेई के लक्षण मिले थे।

फतेहगंज पश्चिमी में दो मौतें

फतेहगंज पश्चिमी में सैटरडे को जानलेवा बुखार की चपेट में आकर दो बच्चों की मौत हो गई। फतेहगंज पश्चिमी निवासी मो.आसिफ की 11 साल की बेटी सारा बी तेज बुखार से पीडि़त थी। डॉक्टर्स ने उसमें जेई के लक्षण बताए। इस पर परिजन बच्ची को नोएडा के बड़े निजी हॉस्पिटल ले गए। लेकिन सैटरडे को बच्ची की मौत हो गई। वहीं इसी एरिया में चाट बेचने वाले गरीब का 10 साल का बेटा दीपक पिछले कुछ दिनों से तेज बुखार से पीडि़त था। परिजन उसे बरेली के निजी हॉस्पिटल ले गए। जहां डॉक्टर्स ने डेंगू के लक्षण बताएं। परिजन उसे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। लेकिन इलाज के दौरान सैटरडे को मासूम की मौत हो गई। जांच रिपोर्ट में बच्चे में डेंगू की पुष्टि न हो सकी।

संदिग्ध डेंगू से स्टूडेंट की मौत

सैटरडे को संदिग्ध डेंगू बुखार के लक्षण से पीडि़त एक बच्ची की मौत हो गई। रामनगर ब्लाक के संग्रामपुर निवासी रामपाल की बेटी कमला रक्षाबन्धन वाले दिन से बुखार से पीडि़त थी। 16 साल की कमला 9वीं की स्टूडेंट थी। परिजन बच्ची की तबियत बिगड़ने पर बिसौली इलाज के लिए ले गए। डॉक्टर्स ने चेकअप में कमला में डेंगू बुखार के लक्षण पाए। इस पर कमला को परिजनों ने बरेली के रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज मे एडमिट कराया। सैटरडे को इलाज के दौरान स्टूडेंट की मौत हो गई।

4 साल के मासूम की मौत

बरेली में एक ओर डेंगू के डंक ने लोगों को हलकान कर दिया है, वहीं जेई से मिलते जुलते लक्षणों बुखार से होने वाली मौतें भी पब्लिक को डरा रही। सैटरडे को जानलेवा बुखार की जद में आकर एक मासूम की भी डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में मौत हो गई। शाहजहांपुर के कटरा निवासी सूरजपाल के 4 साल के बेटे सनी को तेज बुखार हुआ। परिजन 4 दिन पहले उसे हॉस्पिटल के बच्चा वार्ड लेकर पहुंचे। डॉक्टर्स ने बताया कि मासूम तेज बुखार और सीवियर सेप्टीसीमिया से पीडि़त था। सैटरडे को मासूम की मौत हो गई। वहीं बच्चा वार्ड में 5 बच्चे बुखार से पीडि़त है, जिनकी हालत गंभीर है। वहीं डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में बुखार से पीडि़त 15 मरीज एडमिट हैं।

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