- विधानसभा में बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री ने दिया आरोपों का जवाब

LUCKNOW : विधानसभा में मंगलवार को सरकार ने स्कूली बच्चों के स्वेटर और जूता-मोजा बांटने में घोटाला होने से इंकार करते हुए जांच कराने से साफ मना कर दिया। इससे नाराज कांग्रेस के सदस्यों ने नारेबाजी करते हुए बहिर्गमन किया। कांग्रेस विधानमंडल दलनेता अजय कुमार लल्लू के प्रश्न पर बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनुपमा जायसवाल ने बताया कि लगभग एक करोड़ 54 लाख स्वेटर खरीदे गए थे। स्वीकारा कि स्वेटर व जूता-मोजा वितरण कार्य में कुछ विलंब जरूर हुआ लेकिन, खरीदने से लेकर वितरण तक सभी प्रक्रियाएं पारदर्शिता और नियमानुसार अपनायी गई।

दस दिन में कैसे बांट दिया

नेता कांग्रेस दल अजय कुमार लल्लू ने कहा कि केवल दस दिन में इतनी ज्यादा संख्या में स्वेटर आदि कैसे बंट गए? उन्होंने बनारस व अन्य कई स्थानों पर छोटे बडे़ स्वेटर व जूते बांटने का आरोप लगाया। इस पर अनुपमा ने कहा कि छोटे बड़े बच्चे हैं तो उसके हिसाब से ही जूते व स्वेटर आएंगे। उन्होंने ई-टेंडर प्रक्रिया अपनाने की बात भी कही। कहा, वह सभी 75 जिलों में वितरण की सूची पटल पर सौंप देंगी। बसपा के सुखदेव राजभर ने वितरण में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए जांच कराने की मांग की। सपा के मनोज पांडेय ने भी सवाल उठाए। संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने स्वेटर वितरण पर क्लीन चिट दी तो कांगे्रस सदस्य नारेबाजी करते बहिर्गमन कर गए।

मौरंग व बालू की कमी नहीं

भाजपा के संजय कुमार के प्रश्न पर संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि नई खनन नीति लागू होने के बाद मौरंग व बालू की कमी नहीं रह गई है। सोनभद्र में तकनीकी कारणों से खनन शुरू नहीं हो पाया, वरना मौरंग बालू की उपलब्धता और भी आसान हो जाएगी। मौरंग का सरकारी मूल्य 45 रुपये प्रति घन फुट है, जिसमें परिवहन खर्च शामिल नहीं है। सपा के नरेंद्र वर्मा, बसपा के उमाशंकर सिंह ने आरोप लगाया कि मौरंग बालू की किल्लत के चलते सभी क्षेत्रों में विकास कार्य ठप हैं। संसदीय कार्य मंत्री खन्ना ने दावा किया कि नई नीति को लागू करने के बाद राजस्व वसूली भी बढ़ी है। इस वर्ष 2650 करोड़ रुपये रॉयल्टी के तौर पर वसूल किया जा चुका है। बसपा के लालजी वर्मा ने मौरंग व बालू के दामों को नियंत्रित करने के लिए नीति बनाए जाने की मांग की।