- ताजमहल के पीछे नदी एरिया में डाल दिया गया है मलबा

- मलबे ने खराब कर दिया है ताजमहल का व्यू

-यमुना किनारे स्थित ताज कॉरीडोर साइट से नहीं दिख रहा ढंग से ताज

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AGRA। दुनिया का अजूबा ताज। इस संगमरमरी सौन्दर्य का पूरा संसार कायल है। इसकी एक झलक पाने के लिए लोग ना जाने कहां-कहां से खिंचे चले आते हैं। इसका अट्रैक्शन ही है कि सात समन्दर पार से हर दिन ही औसतन क्0-क्भ् हजार टूरिस्ट ताजमहल को देखने के लिए आते हैं। इनमें से बड़ी संख्या में लोग ताजमहल को टिकट लेकर अंदर से देखने के साथ ही साथ बाहर से भी देखना नहीं भूलते। खासतौर से दिल्ली से एक्सप्रेसवे से आनेवाले टूरिस्ट सबसे पहले ताज की एक झलक यमुना किनारे (ताज कॉरीडोर एरिया) से देख लेते हैं, लेकिन यमुना किनारे का यह सुन्दर नजारा विजुअल पॉल्युशन की चपेट में आ गया है।

जैसे ताज पर गिरा दिया परदा

यदि आप यमुना किनारा से ताजमहल की ओर बढ़ें, तो शमशान घाट चौराहे से पहले ही रुक जाना। उस जगह जहां से ताज कॉरीडोर वाले ताज के पीछे नदी के एरिया में एंट्री करते हैं, जरा देखिए। क्या ताजमहल दिख रहा है? क्या कहा? ढंग से नहीं दिख रहा। भाई दिखेगा भी कैसे? खूबसूरत ताज को मलबे के ढेर ने ढक जो लिया है।

सिर्फ दिखता है गुंबद

ताजमहल की नेचुरल सुन्दरता को गंदा भी इस हद तक कर दिया गया है कि सड़क से ताज का सिर्फ गुंबद ही दिखाई देता हैं। यमुना किनारे मलबे का ऊंचा टीला बना दिया गया है। इस ऐतिहासिक स्मारक की इस खास स्पॉट (ताज कॉरीडोर साइट) से सुंदरता ही खत्म कर दी गई है। मलबे के टीले की वजह से यहां से ताजमहल ठीक से दिखाई तक नहीं दे रहा है।

नदी का है ये एरिया

जिस जगह पर मलबा डालकर ताजमहल को विजुअली डर्टी कर दिया गया। ये एरिया यमुना नदी का फ्लड एरिया है। बताते चलें कि कायदे से नदी के नेचुरल फ्लड एरिया में तो किसी भी सूरत में इस तरह से मलबा नहीं डाला जा सकता है और अगर मामला ताजमहल के पीछे का हो, तब तो यह और भी सीरियस हो जाता है। लेकिन प्रशासन है कि इस ओर से अपनी आंखे बंद किए हुए हैं। जबकि यह स्पॉट ऐसा हैं, जहां से हर दिन कोई ना कोई एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर्स निकलता ही रहता है।

'उस जगह से ताजमहल का व्यू बहुत सुन्दर दिखता है। वहां किसने इस तरह से मलबा डलवाया है। इसे दिखवाता हूं। सिटी सुन्दर दिखे इसके लिए निगम हर संभव प्रयास कर रहा है'

इंद्र विक्रम सिंह, नगर आयुक्त