CHAPRA/PATNA : मुनाफा कमाने और टैक्स बचाने के लिए दुकानदार तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। बड़ी कंपनियों के मोबाइल ऑनलाइन मंगाकर उसे मंहगे दामों पर ग्राहकों से बेचने का धंधा जोरों पर है। जानकारों के मुताबिक कई कंपनियों द्वारा अपने मोबाइल को सीधे ग्राहकों को उपल?ध कराने के लिए ऑनलाइन दे रही है। ग्राहक उस मोबाइल को सीधे ऑनलाइन मंगा सकते हैं। इसके वजह से कई कंपनियों द्वारा सारण जिले में किसी को एजेंसी नहीं दिया है। ऑनलाइन व्यवस्था भी केवल ग्राहकों के लिए ही किया गया है। ऑफलाइन इसका काम नहीं हो रहा है। बावजूद जिले के अधिकांश मोबाइल दुकानदार ग्राहक बनकर कंपनी से सीधे मोबाइल मंगाकर अधिक मूल्य पर ग्राहकों को बेच रहे हैं।

हर माह 92 लाख का कारोबार

एक मोबाइल कंपनी द्वारा एकत्रित किए गए आकड़ों के अनुसार सारण जिले में प्रत्येक माह विभिन्न कंपनियों के करीब 92 लाख रुपये का मोबाइल का धंधा किया जा रहा है। जिसमें हुवई ऑनर के छह लाख रुपए, रेडमी के 80 लाख रुपए तथा एपल के पांच लाख रुपए के मोबाइल का धंधा हो रहा है। लेकिन इसमें सरकार को एक रुपये राजस्व नहीं मिल रहा है। नोट-फाइव मोबाइल की कीमत कंपनी द्वारा 14 हजार रुपये निर्धारित किया गया है। ऑनलाइन मंगाने पर इतना ही लगता है, लेकिन दुकानदारों द्वारा इस मोबाइल को ऑनलाइन मंगाकर उसे करीब 17 हजार रुपये में बेचा जा रहा है।