सूबे के सभी मंडलों के जेडी व जिलों के डीआईओएस को भेजे गए निर्देश

ALLAHABAD: सूबे में शिक्षक पात्रता परीक्षा 2016 के आयोजन को लेकर तैयारियां तेजी से की जा रही है। परीक्षा के लिए जिलों में सेंटर्स बनाने का काम भी शुरू हो गया। समय से सेंटर्स के निर्माण करने और उसकी पूरी जानकारी देने को लेकर शुक्रवार को सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी नीना श्रीवास्तव ने सभी मंडलों के मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक व जिलों के डीआईओएस को पत्र भेजकर 8 नवम्बर तक सेंटर्स की सूची फाइनल करके उसकी पूरी डिटेल कार्यालय को देने के निर्देश दिए है। इस बारे में उन्होंने सेंटर्स को बनाने से संबंधित दिशा निर्देश भी जारी किए है। जिसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि परीक्षा के लिए सेंटर्स बनाते समय इस बात का पूरा ध्यान रखा जाए कि सेंटर्स के लिए राजकीय, सहायता प्राप्त विद्यालय व महाविद्यालय का सलेक्शन ही किया जाए। इसके साथ ही जनपद में मौजूद अन्य बोर्ड के फेमस कालेजों को भी सेंटर्स के रूप में प्रयोग किया जा सकता है।

वित्तविहीन स्कूलों से रखे दूरी

सेंटर्स को फाइनल करने के लिए जारी पत्र में कहा गया है कि वित्त विहीन स्कूलों को टीईटी 2016 के आयोजन के लिए सेंटर्स बनाने से दूरी ही रखी जाए। अपरिहार्य परिस्थितियों में ही ऐसे स्कूलों सेंटर्स बनाया जाए। परीक्षा सेंटर्स का निर्धारण करते समय जहां तक हो सके शहरी क्षेत्र में ही बनाए जाए। इसके साथ ही इस बात का भी पूरा ध्यान रखा जाए कि सेंटर्स बनाए जा रहे स्कूल, कालेजों में सभी आवश्यक सुविधाएं मौजूद हो। एक परीक्षा केन्द्र पर अधिकतम पांच सौ अभ्यर्थी ही आवंटित किए जाए। जिससे परीक्षा आसानी से आयोजित करायी जा सके। इसके साथ ही संबंधित परीक्षा केन्द्र के प्राचार्य, प्रिंसिपल को केन्द्र व्यवस्थापक के रूप में तैनात किय जाए। इस बारे में सभी सूचनाएं हार्ड व साफ्ट कापी के रूप में सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय को दी जाए।