JAMSHEDPUR : कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) के आदेश के बिना जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज में 14 लाख रुपये खर्च कर विज्ञान के उपकरण व अन्य सामग्रियों की खरीद तथा साफ-सफाई में भी 11 लाख रुपये खर्च कर देने के मामले में गठित जांच टीम पूरी तरह से संतुष्ट नहीं है। जांच टीम के समक्ष कॉलेज प्रबंधन आवश्यक कागजात उपलब्ध करा नहीं पाया। कई तकनीकी खामियां पाई गई। जांच टीम अपनी रिपोर्ट सोमवार को कुलपति प्रोफेसर डॉ। शुक्ला माहांती को सौंप सकती है।

रिपोर्ट समर्पित करने के बाद यह वीसी पर निर्भर होगा कि इस मामले में कॉलेज प्रबंधन के शीर्ष पदाधिकारियों पर कार्रवाई होगी या नहीं। विज्ञान के उपकरण की खरीद व साफ-सफाई कार्य में प्रक्रियाओं का पालन नहीं करने की शिकायत विश्वविद्यालय से की गई थी। इसके आधार पर विश्वविद्यालय ने इन दोनों मामलों की जांच के लिए वित्त सलाहकार मधूसूदन की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया। इसमें रुसा के नोडल पदाधिकारी एके उपाध्याय तथा साइंस डीन डॉ। रवींद्र सिंह शामिल हैं। बताया जा रहा है कि जांच टीम के चेयरमैन जांच कार्य के दौरान प्रस्तुत दस्तावेज से खिन्न थे।

प्रिंसिपल गईं छुट्टी पर

जांच टीम द्वारा पूछताछ किए जाने के बाद कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ पूर्णिमा कुमार 15 दिन की छुट्टी पर चली गईं हैं। बताया जा रहा है कि वह बेंगलूरु गई है। प्रिंसिपल ने कुलपति से एक माह की छुट्टी मांगी थी, लेकिन मात्र 15 दिन की छुट्टी स्वीकृत की गई।

अब आठ लाख का बिल

साफ-सफाई कार्य में वीमेंस कॉलेज प्रबंधन की ओर से पहले 11 लाख का बिल कोल्हान यूनिवर्सिटी को समर्पित किया गया। इस पर आपत्ति के बाद शनिवार को फिर से कॉलेज परिसर की मापी कराई गई। इसमें कैंटीन के क्षेत्रफल को हटाया गया। रात के आठ बजे तक बिल के मामले में चर्चा होती रही। अंतिम रूप से अब 8 लाख रुपये का बिल बनने की बात सामने आई है। इसके बावजूद इस बिल का भुगतान होगा या नहीं यह कहना मुश्किल है।