सीसीएसयू के बीएड विभाग के बाहर मेरठ, मवाना समेत कई कॉलेजों के फार्म खुले में पड़े
सीसीएसयू में कचरे के ढेर में मिली थी मार्क्सशीट
Meerut. यूं तो किसी भी यूनिवर्सिटी में जरूरी कागजातों को अलमारी में सहेज कर रखा जाता है. मगर सीसीएस यूनिवर्सिटी में हालात उलट हैं. यहां कभी मार्क्सशीट कचरे में मिलती है तो कभी परीक्षा फार्म खुले में पड़े रहते हैं. दरअसल, सीसीएसयू के बीएड विभाग के बाहर कुछ ही दूरी पर दो दिन से मेरठ, मवाना सहित कई कॉलेजों के फार्म खुले में रखे हैं. गौर से देखने पर पता चलता है कि ये फार्म 2017-19 से संबंधित बैक परीक्षा व अन्य परीक्षाओं के है.
नहीं कोई सुध लेने वाला
सीसीएसयू में 2017-19 से संबंधित बैक परीक्षा व अन्य परीक्षाओं के फार्म खुले में पड़े हैं लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं. परीक्षा फार्म्स के खुले में पड़े होने से ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि सीसीएसयू में व्यवस्थाएं किस कदर बेपटरी हैं.
कचरे में मिली थी मार्क्सशीट
सीसीएसयू में जनवरी में गोपनीय विभाग के बाहर कचरे का ढेर पड़ा था. जिसमें 2015 और 2017 की दो मार्क्सशीट भी फटी हालत में पड़ी थीं. इनमें से एक मार्क्सशीट 2015 के प्राइवेट के बागपत के किसी कॉलेज के स्टूडेंट की थी और दूसरी 2017 की सहारनपुर के किसी कॉलेज के स्टूडेंट की थी. दैनिक जागरण आई नेक्स्ट द्वारा खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासन हरकत में आया था.
कभी भी कोई फार्म फेंका नहीं जाता है. हो सकता है कि कोई फार्म बाहर से उठाकर अंदर रख रहा हो. एक साथ सारे फार्म्स उठाकर ले जाना मुमकिन न हो और फार्म्स बाहर रखे हो. फिर भी फार्म बाहर रखे मिले तो जांच कराई जाएगी.
धीरेंद्र कुमार वर्मा, रजिस्ट्रार, सीसीएसयू