LUCKNOW: पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने लखनऊ महोत्सव में संडे को अपनी खनकती आवाज का जादू कुछ इस तरह बिखेरा कि पंडाल में मौजूद सभी लोग तालियां बजाते हुए झूमने लगे। उन्होंने अपने कार्यक्रम के दौरान दर्शकों के साथ कई यादें भी साझा कीं। कार्यक्रम की शुरुआत उन्होंने राम और जानकी जन्म पर आधारित गीतों से की। जिसकीशुरुआत उन्होंने अवधपुरी मा धूम मची गीत से की। इस दौरान उन्होंने सुनने वालों को साथ में गाने के लिए भी कहा। जिसपर लोगों ने उनका भरपूर साथ दिया।

पंडाल में गूंजा जय श्री राम

मालिनी अवस्थी ने एक से बढ़कर एक अवधी और लोकगीत कार्यक्रम में पेश किए। वहीं दूसरी ओर मंच पर साथी कलाकारों ने जब राम अयोध्या आगमन का मनमोहक दृश्य नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया गया तो जय श्रीराम के नारों और तालियों से पूरा पंडाल गूंज उठा। इसके बाद उन्होंने महिला सशक्तिकरण की बात करते हुए अरि मिथिला मगन भई गाया तो लोग भक्ति के रंग में रंग गए। वही सिया जन्म का दृश्य भी दर्शाया गया।

अमा यार में मिठास है

कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बदलते लखनऊ की भी बात की। उन्होंने कहा कि अमा यार जाओ में भी काफी मिठास है। इसके बाद उन्होंने मेरा यार बना है, इन आंखों की मस्ती, छाप तिलक सब छीनी, जाने मन एक नज़र देख ले समेत कई पुराने तरानों को एक के बाद एक गाकर लोगों का मनोरंजन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि लखनऊ की छाप तो हर जगह है। इसके बाद जब मालिनी अवस्थी ने धूम शादी की, किसने मारा रे रसगुल्ला जैसे गीत सुनाए तो सभी मस्ती में झूमने लगे।

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पहुंचीं लोगों के बीच

मालिनी अवस्थी गाते-गाते पंडाल के पीछे खड़े लोगों के पास पहुंच गई और डीएम से औरतों और बच्चों को आगे आकर बैठने का अनुरोध करने लगीं। उनको अपने बीच पाकर लोगों का उत्साह और भी बढ़ गया और वे उनके साथ सेल्फी खींचने लगे। हालांकि इस दौरान पुलिस को उनकी सुरक्षा को लेकर काफी मशक्कत करनी पड़ी।