अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक में सड़कों और गड्ढों का मुद्दा छाया रहा, सरकार को चेतावनी

ALLAHABAD: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की गुरुवार को मठ बाघम्बरी गद्दी में हुई बैठक में कुंभ के मद्देनजर शहर में कराए जा रहे कार्यो का मुद्दा छाया रहा। सड़क की खुदाई और बड़े-बड़े गड्ढों को लेकर संत-महात्मा आक्रोश में दिखे। उन्होंने परिषद अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि से कहा कि यदि यही स्थिति रही तो मेला में यहां आना असंभव हो जाएगा। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के प्रवक्ता महंत विद्यानंद सरस्वती ने प्रस्ताव रखा कि तत्काल कार्य समाप्त किया जाए, अन्यथा सरकार को खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इसका समर्थन श्री पंच निर्वाणी अनी अखाड़े के महंत धर्म दास ने किया। बाद में उपस्थित सभी सदस्यों ने इसे सर्वसम्मति से पारित किया।

संतों के आक्रोश की मुख्य वजह

बिजली विभाग की ओर से जगह-जगह जमीन खोदकर बिजली के तारों को अंदर किया जा रहा है। गढ्डा खुला छोड़ दिया जा रहा है। इससे बाहर से आ रहे संत-महात्माओं को निश्चित स्थान तक पहुंचने में घंटों लग रहा है।

जल निगम द्वारा भी जगह-जगह गढ्डा खोदा जा रहा है। लेकिन कार्य पूरा नहीं हो रहा है। जबकि संत-महात्माओं के आने का सिलसिला तेज हो गया है। कुंभ मेला तक इस तरह की व्यवस्था रही तो संत-महात्माओं का आना असंभव हो जाएगा।

संत-महात्माओं को शहर आने पर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। निर्माण कार्यो की प्रगति नहीं हो रही है और परेशानियां बढ़ती जा रही है। इसलिए निर्माण कार्य जल्द से जल्द समाप्त करने की मांग की गई है।

महंत नरेन्द्र गिरि, अध्यक्ष, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद

बैठक में पारित प्रस्ताव

प्रत्येक अखाड़ों के लिए एक-एक करोड़ की धनराशि और मांगी गई है। जिन अखाड़ों को सबसे ज्यादा राशि दी गई है उसी के हिसाब से सभी को धनराशि आवंटित की जाए।

जिन अखाड़ों में स्थाई निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं उसे इसी महीने समाप्त कराया जाए। क्योंकि अगले महीने से साधु संत यहां आने लगेंगे।

झूंसी स्थित क्रियायोग की अवैध जमीन पर से कब्जा हटाया जाए और द्वादश माधव मंदिरों के आसपास के एरिया से अतिक्रमण हटाया जाए।

अकबर के किला के भीतर स्थित सरस्वती कूप को श्रद्धालुओं के लिए खोले जाने का स्वागत किया गया है। इसके लिए प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

जिन अखाड़ों की पेशवाई निकाली जानी है उन मार्गो को समतल करने का कार्य किया जाए और इंटरलाकिंग का कार्य भी कराया जाए।

श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े की जो जमीन झूंसी में है वहां लोगों का अवैध कब्जा है। उसको तत्काल हटाने की मांग की गई है।