- पिछले 12 सालों में राजधानी में खुलेमात्र 13 रिफिलिंग सेंटर
- दो सीएनजी रिफिलिंग सेंटर हो चुके हैं बंद,
- सीएनजी की लंबी लाइन को देखते अब लोग डीजल और पेट्रोल गाडि़यों की कर रहे डिमांड
LUCKNOW:
सीएनजी रिफिलिंग स्टेशनों की कमी के चलते शहर में डीजल गाडि़यों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। सीएनजी रिफिलिंग स्टेशनों पर लगने वाली लंबी लाइन के चलते लोग सीएनजी वाले वाहन नहीं खरीद रहे हैं। आलम यह है कि आरटीओ ऑफिस में एक साल में सीएनजी से चलने वाले प्राइवेट गाडि़यों के रजिस्ट्रेशन 1500 भी नहीं हो पाए जबकि डीजल गाडि़यों की संख्या तीन हजार से ऊपर पहुंच रही है। राजधानी में जब 2006 में सीएनजी स्टेशनों की शुरुआत हुई थी तो उस साल 2500 से अधिक गाडि़यां रजिस्टर्ड हुई। हर तरफ सीएनजी वाहनों की डिमांड बढ़ गई थी, लेकिन पिछले तीन सालों में सीएनजी गाडि़यों की सेल कम हो गई है।
लंबी-लंबी लाइनों ने किया बेहाल
राजधानी का गोमतीनगर इलाका हो या फिर नादरगंज स्टेशन सभी जगह सीएनजी के लिए लंबी लाइनें देखी जा सकती हैं। कहीं सीएनजी के लिए पांच घंटे इंतजार करना पड़ रहा है तो कहीं आठ घंटे। शहर में सभी कामर्शियल वाहनों का संचालन सीएनजी से किए जाने का निर्देश है। ऐसे में ऑटो, टैंपो, बसें सभी सीएनजी से चल रही हैं। शहर में आठ हजार से अधिक कार टैक्सी हैं। यह भी सीएनजी से चलाई जा रही हैं। प्राइवेट सीएनजी गाडि़यों की बात करें तो मात्र 21 हजार वाहन सीएनजी हैं। इनमें भी सब सीएनजी भराने नहीं पहुंच रहे हैं। अधिकांश लोग पेट्रोल पर ही गाड़ी चलाने को मजबूर हैं। सीएनजी रिफिलिंग स्टेशनों की दिक्कतों को देखते हुए लोग डीजल और पेट्रोल गाडि़यों को प्राथमिकता दे रहे हैं।
डीजल गाडि़यों की डिमांड
पिछले साल सीएनजी गाडि़यों का रजिस्ट्रेशन जहां डेढ़ हजार के आस-पास था वहीं डीजल गाडि़यों का रजिस्ट्रेशन 3000 के ऊपर पहुंच गया। इस साल भी डीजल गाडि़यों का रजिस्ट्रेशन टॉप पर है। सीएनजी आपूर्ति की व्यवस्था को यदि जल्द ही ठीक नहीं किया गया तो प्राइवेट वाहनों में जल्द ही डीजल और पेट्रोल गाडि़यां ही रोड पर चलती नजर आएंगी।
चार मदर फिलिंग स्टेशन के लिए एलडीए से जमीन खरीदी जानी है। इनमें गोमतीनगर और ट्रांसपोर्ट नगर में दो-दो जगह देखी गई है। इसके अलावा राजधानी में अगले साल वर्ष 2018-19 में 15 नए सीएनजी स्टेशन खोलने की तैयारी है।
जिलेदार
एमडी
ग्रीन गैस लिमिटेड
आरटीओ ऑफिस में मार्च तक
डीजल सीएनजी
2015- 2547 1455
2016- 3161 1427
2017- 3243 1394
शहर में सीएनजी स्टेशन और गैस रिफिलिंग कैपेसिटी
मदर स्टेशन कैपेसिटी
नादरगंज- 45,000 केजी
गोमती नगर- 30,000 केजी
यूपीएसआरटीसी- 15000 केजी
वृंदावन योजना सेक्टर-6- 35000 केजी
वृंदावन योजना सेक्टर-18- 20,000 केजी
- ऑनलाइन स्टेशन
- अनुराग फिलिंग स्टेशन-पीजीआई-10,000 केजी
- इंदिरा ऑटो-सेक्टर के, आशियाना- 15,000 केजी
- त्रिकुटा फिलिंग स्टेशन- बुद्धेश्वर चौराहा- 10,000 केजी
डॉटर बूस्टर स्टेशन-
कोको- गोमती नगर
वर्मा ऑटो- इंजीनियरिंग कॉलेज के निकट
प्रकाश ऑटो- नियर बीबीडी
तीनों की 4-4 हजार केजी गैस रिफिलिंग की क्षमता
- बंद पड़े फिलिंग स्टेशन
स्टैंडर्ड फिलिंग स्टेशन-मडि़यांव-डॉटर बूस्टर स्टेशन-4000 केजी
साकेत फिलिंग स्टेशन- चिनहट- 10,000 केजी
बाक्स
इतनी है क्षमता
2,25,000 केजी गैस रोजाना फिलिंग स्टेशन से भरी जा सकती है
1,20,000 केजी गैस इस समय भरी जा रही
ग्रीन गैस लिमिटेड के अधिकारियों के अनुसार पिछले सवा साल में खुले तीन स्टेशन
- वृंदावन सेक्टर-6 और 18 में
- प्रकाश ऑटो-अनौरा