भीड़-भाड़ वाले बाजारों में काफी कम पहुंचे लोग

स्कूलों में उपस्थिति और दफ्तरों में आवाजाही रही कम

एडीजी व डीएम ने संवेदनशील क्षेत्रों में निकाला फ्लैग मार्च

पैरा मिलिट्री फोर्स के हाथों में रही मेरठ की कमान

Meerut। भारत बंद की अफवाह का यहां विशेष असर दिखाई नहीं दिया। सुबह ही एडीजी व डीएम ने शहर में पैरा मिलिट्री फोर्स के साथ अति संवेदनशील क्षेत्रों में फ्लैग मार्च निकाला। व्यापारियों ने भी अपने प्रतिष्ठान खोलकर पुलिस का मनोबल बढ़ाया। एडीजी प्रशांत कुमार का कहना है कि जोन में पूरी तरह से शांति रही।

चप्पे-चप्पे पर फोर्स

शहर के मुख्य संवेदनशील क्षेत्रों की कमान पैरा मिलिट्री फोर्स के हाथों में थी। अंबेडकर प्रतिमाओं पर काफी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। मंगलवार सुबह से ही भारत बंद को लेकर कोई हलचल दिखाई नहीं दी, अलबत्ता लोग आशंकाओं के बीच घिर रहे। रोडवेज और सिटी बसों का संचालन सामान्य रहा, लेकिन यात्रियों की संख्या काफी कम रही। बैंक, बाजार, सरकारी कार्यालयों आदि में आम दिन की अपेक्षा कम लोग पहुंचे। स्कूलों में भी उपस्थिति कम रही।

सामने नहीं आया कोई संगठन

भारत बंद को लेकर शहर में कोई भी संगठन अथवा संस्था आगे नहीं आई थी। सोशल मीडिया में चल रहे भारत बंद के मैसेज के बाद हलचलें जरूर थी।

भारत बंद की अफवाह को लेकर कई स्थानों पर फ्लैग मार्च निकाला गया। पूरे शहर में पैरा मिलिट्री फोर्स के साथ अन्य थानों की पुलिस लगा रखी थी। मेरठ में पूरी तरह से शांति रही।

प्रशांत कुमार, एडीजी जोन मेरठ

पुलिस की रणनीति हुई सफल

दो अप्रैल को लेकर मेरठ में हुई हिंसा को लेकर पुलिस ने दस अप्रैल में भारत बंद को लेकर पहले से ही रणनीति बना ली थी। इसके साथ बवाल करने वाले क्षेत्रों को चिह्नित किया। हंगामा करने वालों के खिलाफ मुकदमें दर्ज किए। इसके बाद हर गांव के प्रधान व सभासदों को लेकर मीटिंग बुलाई। राजनैतिक व गैर राजनैतिक संगठनों, छात्र नेताओं के साथ मीटिंग करके उनको समझाया गया।