गाजियाबाद पुलिस बीते तीन दिनों से आरटीओ में कर रही पूछताछ

Meerut। गाजियाबाद में पकड़ी गई 80 चोरी की कारों के मामले में मेरठ आरटीओ में तैनात बाबुओं की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है। लगातार तीन दिन से गाजियाबाद पुलिस मेरठ आरटीओ में दबिश दे रही है। सूत्रों की मानें तो मेरठ के तीन बाबुओं का इस मामले में अहम रोल है। जिसके चलते पुलिस लगातार बाबूओं से पूछताछ कर मामले की जांच में जुटी हुई है।

फर्जी कागजों पर रजिस्ट्रेशन

दरअसल, गाजियाबाद में पकड़ी गई गाडि़यों को मेरठ से रजिस्ट्रेशन और परमिट जारी किया गया था। इस मामले में पकड़े गए चोर की मुखबिरी पर मेरठ के दलाल को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। दलाल से पूछताछ के आधार पर विभाग के तीन कर्मचारियों का नाम सामने आया था। इनमें से दो बाबू रिटायर होने के बाद भी विभाग में कार्यरत हैं और एक कर्मचारी मामला सामने आने के बाद से छुट्टी पर है। इन कर्मचारियों की मिलीभगत के चलते नकली कागजों पर गाडि़यों को रजिस्टर्ड कर परिमट जारी कर दिया गया था। पुलिस की जांच के चलते विभाग के अधिकारियों और बाबुओं में खलबली मची हुई है। पुलिस सुबूतों के आधार पर अधिकारियों से लेकर बाबूओं तक से पूछताछ में जुटी हुई है। हालांकि विभाग के आला अधिकारी इस विषय में चुप्पी साधे हुए हैं।