कचहरी में वकील के चेंबर में छिपकर बचाई गवाह ने जान

दोहरे मर्डर में गवाह है पीडि़त, पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा

Meerut। कचहरी में सुरक्षा के दावों की पोल मंगलवार को एक बार फिर खुल गई। दिन-दहाड़े कचहरी परिसर में डबल मर्डर के गवाह की हत्या का प्रयास किया गया। पीडि़त का आरोप है कि दो हमलावर उसके पीछे पिस्टल लेकर दौड़े, जिसके बाद उसने एक वकील के चेंबर में छिपकर जान बचाई। घटनाक्रम की जानकारी मिलते ही आनन-फानन में पुलिस मौके पर पहुंची, हालांकि जांच-पड़ताल में पुलिस को कुछ नहीं मिला।

गवाही पर हत्या की धमकी

14 सितंबर, 2017 को फलावदा के सनौता गांव में मंसाद और दिलशाद नाम के दो सगे भाइयों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने आठ नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। हत्याकांड के चश्मदीद गवाह सनौता निवासी शोएब का आरोप है कि पुलिस ने तीन आरोपियों ने नाम मुकदमे से बाहर निकाल दिए थे, जो गांव में खुलेआम घूम रहे हैं। आरोपी गवाही देने की सूरत में कई बार उसकी हत्या की धमकी दे चुके हैं।

आरोपियों ने दौड़ाया

घटनाक्रम के मुताबिक मंगलवार को शोएब डीजे कोर्ट में गवाही देने आया था। आरोप है कि कोर्ट के बाहर गैलरी में घूमते हथियाबंद युवक उसका पीछा कर रहे थे। शोएब का कहना है कि वह खतरा भांपकर वह अपने भाई के साथ कचहरी के दूसरे रास्ते से निकलने लगा। इसी दौरान हथियारबंद युवकों ने उसके पीछे दौड़ लगा दी। दहशतजदा शोएब शोर मचाते हुए एक वकील के चैंबर में घुस गया। जिसके बाद आरोपी फरार हो गए। उधर, घटना की जानकारी मिलते ही क्राइम ब्रांच और सिविल लाइन इंस्पेक्टर नीरज मलिक मौके पर पहुंचे। पुलिस अपनी सुरक्षा में शोएब को थाने ले गई और पूरे घटनाक्रम की जानकारी हासिल की।

क्राइम ब्रांच और थाना सिविल लाइंस पुलिस ने मौके पर जाकर पड़ताल की किंतु घटनाक्रम की पुष्टि नहीं हुई है। ऐहतियातन कचहरी परिसर में मुस्तैदी के निर्देश दिए गए हैं। आसपास के सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं।

रणविजय सिंह, एसपी सिटी, मेरठ

पहले भी हो चुकी वारदातें

26.10.16

पेशी पर योगेश भदौड़ा और उसकी पत्नी सुमन को मारने आए उधम सिंह के दो शूटरों को एसटीएफ व पुलिस ने धर दबोचा था। उनके कब्जे से दो पिस्टल और 21 कारतूस बरामद किए गए थे।

19.02.15

कचहरी में रजत वशिष्ठ हत्याकांड के हत्यारोपी देवेश त्यागी को परिजनों ने पुलिस हिरासत से छुड़ाने का प्रयास किया था लेकिन वह असफल रहे थे।

11.09.14

मेरठ कोर्ट से पेशी से लौटते वक्त पुलिस अभिरक्षा में बंदी की हत्या कर दी गई थी।

06.11.14

भरी कचहरी में गवाही के लिए जेल से लाए गए नितिन गंजा को गोलियों से भून दिया गया था।

19.03.13

मेरठ कचहरी में पेशी पर आए शातिर उधम सिंह और बदन सिंह आमने सामने आ गए थे। जिसमेंकचहरी रक्तरंजित होने से बच गई थी।

05.09.11

मेरठ कचहरी में वकील पर पिस्टल से गोली चलाकर उसे जान से मारने की कोशिश की गई थी।

16.10.16

कचहरी में कुख्यात रविंद्र भूरा की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इसमें भूरा का भतीजा एक शूटर और एक सिपाही मारा गया था।