इस बार लोकसभा चुनाव में यूथ ही निर्णायक भूमिका निभाएंगे। शनिवार को निराला नगर स्थित पिकासो इंटरनेशनल अकादमी में दैनिक जागरण आईनेक्स्ट इन एसोसिएशन विद रेडियो सिटी 91.1 एफएम मिलेनियल्स स्पीक जनरल इलेक्शन 2019 के मंच पर यूथ ने अपनी बात रखते हुए कहा कि उनके लिए सबसे बड़ा मुद्दा तो आतंकवाद, एजुकेशन और जॉब का ही है। वे इसी को ध्यान में रखते हुए अपना वोट देंगे।

इस समय हम गुस्से में हैं

पुलवामा की घटना ने युवाओं को अंदर से हिला दिया है। तभी आरजे मयंक ने इलेक्शन में बड़े मुद्दों को लेकर जैसे ही डिबेट शुरू की तो अनुराग शुक्ला और प्रिया प्रजापति ने आतंकवादियों को कोसते हुए कहा कि पुलवामा की घटना ने उन्हें आक्रोशित कर दिया है। प्रिया का साफ कहना था कि अब तो पाकिस्तान के खिलाफ कोई बड़ा कदम उठाना ही होगा। आखिर कब तक हमारे जवान शहीद होते रहेंगे। आरजे ने जब उनसे पूछा कि सरकार को करना क्या चाहिए तो उनका साफ कहना था कि आर्मी को खुली छूट दे दी जाए। वहीं डिबेट को आगे बढ़ाते हुए सलमान सिद्दीकी ने कहा कि किसी को मारकर आतंकवाद खत्म नहीं होगा। हमें इसकी जड़ तलाशनी होगी। अपने सिस्टम को सुधारना होगा।

सफाई और ट्रांसपोर्ट पर दें ध्यान

मिलेनियल्स स्पीक पर चर्चा आगे बढ़ी तो राम मोहन वाजपेयी ने आतंकवाद की निंदा करते हुए कहा कि इसके साथ सफाई और ट्रांसपोर्ट व्यवस्था पर भी ध्यान दिए जाने की जरूरत है। मेरा वोट तो उसी को जाएगा जो इन मुद्दों पर बात करेगा। स्मृति श्रीवास्तव ने डिबेट में हिस्सा लेते हुए कहा कि गवर्नमेंट से उन्हें कोई ज्यादा उम्मीद नहीं है। जब हमारे जवान ही सुरक्षित नहीं हैं तो आम लोग कैसे सुरक्षित होंगे। जैसे ही स्मृति की बात खत्म हुई सिमरन वर्मा ने कहा कि देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ही वो इस बार अपना वोट देंगी। हालांकि उन्होंने सफाई और एजुकेशन सिस्टम में भी सुधार की बात की और कहा कि कोटा सिर्फ उन्हें ही मिलना चाहिए तो इसके वास्तविक हकदार हैं। वहीं पूजा का मानना था कि इंटेलीजेंस सिस्टम को मजबूत करके आतंकी घटनाओं को रोका जा सकता है।

सिक्योरिटी और किसान

यूथ के बीच गर्म मुद्दों पर बहस चली तो आतंकवाद के साथ एजुकेशन, सिक्योरिटी और किसानों तक की बात हुई। शिवम कश्यप आतंकवाद को लोकल गवर्नमेंट की असफलता बताते हुए बोले कि आतंकवाद के मुद्दे पर सभी को आपसी सहयोग से काम करना होगा। वहीं अनुपम द्विवेदी और संजय श्रीवास्तव ने साफ कहा कि आतंकवाद के बाद आने वाले लोकसभा चुनाव में किसानों का मुद्दा भी रंग दिखाएगा। उनकी आय डबल करने की बात कही गई थी, उसका क्या हुआ।

डिग्री मिलती जॉब नहीं

बहस चल रही थी तभी संजय ने कहा कि यूथ को पढ़ाई के बाद डिग्री तो मिल जाती है लेकिन जॉब नहीं मिलती। मेरा वोट को उसी को जाएगा जो अधिक से अधिक जॉब दिलाने की बात करेगा। जब जॉब होगी तो आतंकवाद भी खत्म होगा। संजय की बात को बीच में काटते हुए अंकित ने कहा कि वे भी सिक्योरिटी और एजुकेशन के बेस पर ही अपना वोट देंगे।

राम मंदिर बनना चाहिए

बहस जब आगे बढ़ी तो आतंकवाद, एजुकेशन और जॉब के साथ इसमें राम मंदिर का मुद्दा भी शामिल हो गया। धनंजय पंत और शुभम ने साफ कहा कि उनके लिए राम मंदिर ही सबसे बड़ा मुद्दा होगा। जब आरजे ने उनसे पूछा कि और कौन सा मुद्दा उनके लिए अहम हैं, तो दोनों ने एक स्वर में कहा, आतंकवाद। बहस धीरे-धीरे अंतिम दौर में पहुंच रही थी। आरजे के एक सवाल पर उत्कर्ष कश्यप बोले कि आतंकवाद और बातचीत एक साथ संभव नहीं है। उनकी बात का समर्थन करते हुए अदिति ने जैसे ही कहा कि पाक तो एक बुजदिल देख है, तो वहां मौजूद सभी लोग भारत माता की जय के नारे लगाने लगे।

सोलर एनर्जी पर दें ध्यान

बहस आगे बढ़ी तो शिवम ने कहा कि सरकार जिसकी भी आए उसे एनर्जी के दूसरे सोर्स पर भी ध्यान देना होगा। हम सोलर एनर्जी में काफी आगे हैं। अब हमें रिन्यूएबल एनर्जी पर भी सोचना होगा। वहीं वहां मौजूद पीयूष और पिंटू सिंह ने भी चुनाव में सिक्योरिटी को ही अपना मुद्दा बताया। वहीं प्रतीक और राहुल ने साफ कहा कि उनका वोट उसी को जाएगा जो यूथ की बात सुनेगा और उनकी समस्या का समाधान करेगा। इन दोनों का कहना था कि अब समय आ गया है जब कश्मीर से आतंकवाद की समस्या के खात्मे के लिए धारा 370 को हटा दिया जाए।

मेरी बात

गवर्नमेंट का पूरा फोकस यूथ और वीमेन सिक्योरिटी पर होना चाहिए। यूथ को जॉब मिलेगी तो वह देश के डेवलपमेंट में अपना योगदान दे सकेंगे। इसके साथ ही वीमेन सिक्योरिटी पर भी ध्यान देना चाहिए ताकि महिलाएं रात में भी सफर के दौरान सुरक्षित महसूस कर सकें।

रूबी श्रीवास्तव

कड़क मुद्दा

मिलेनियल्स स्पीक के मंच पर आतंकवाद और जॉब कड़क मुद्दा बना रहा। यूथ में अपने भविष्य के साथ देश की सुरक्षा की चिंता भी साफ दिखाई दी। सभी का मानना था कि उनका वोट उसी को जाएगा जो इन विषयों पर बात करेगा और इनका समाधान भी। यूथ के लिए देश की सुरक्षा उतनी ही जरूरी है, जितना जॉब।

कोट

पाकिस्तान एक बुजदिल देश है। वह हमेशा पीठ पीछे ही वार करता है। अब वह समय आ गया है जब गवर्नमेंट को पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाने चाहिए। देश का युवा पूरी तरह अपनी सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।

अदिति

मैं पुलवामा के शहीदों का श्रद्धांजलि देते हुये बस इतना ही कहूंगा कि जिसकी भी सरकार आए उसे शिक्षा और सुरक्षा पर ध्यान देना होगा। तभी आतंकवाद रुकेगी।

अंकित कुमार

किसी भी आतंकी हमले के बाद मार्च निकालने की जरूरत नहीं है। हम दूसरे तरीकों से भी जवानों की मदद कर सकते हैं। जवानों की सुरक्षा आज सबसे बड़ी जरूरत है।

अनुराग शुक्ला

निश्चित रूप से इस बार चुनाव में आतंकवाद बड़ा मुद्दा रहेगा। मैं सिर्फ इतना कहूंगी कि गवर्नमेंट को अब कड़े कदम पाकिस्तान के खिलाफ उठाने ही होंगे।

प्रिया प्रजापति

आतंकवाद को जड़ से खत्म करना होगा। इसके लिए गवर्नमेंट को एजुकेशन सिस्टम को सुधारना होगा। जब शिक्षा होगी तो आतंकवाद भी कम होगा।

- सलमान सिद्दकी

देश में प्राइवेट और गवर्नमेंट स्कूल में एजुकेशन क्वालिटी एक समान होनी चाहिए। जिससे शिक्षा का स्तर समान हो। इसके साथ ही कोटा सिस्टम में भी सुधार की जरूरत है।

सिमरन वर्मा

जब हमारे सेना के जवान ही सुरक्षित नहीं रहेंगे तो हम लोग कैसे सुरक्षित हो सकते हैं। आतंकवाद को रोकने के लिए अब काफी सख्त कदम उठाने की जरूरत है।

स्मृति श्रीवास्तव

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आज यहां होगा मिलेनियल्स स्पीक

जगह - कैफे रेपर्टवार, फैजाबाद रोड, मारुतिपुरम

समय - शाम 4 बजे