-हत्यारोपी रेनू का आरोप, वकील ने जेल में आकर जान से मारने की धमकी दी है

-पीयूष के परिजनों पर छोटे भाई को अगवा करने का भी लगाया आरोप

KANPUR :

ज्योति हत्याकांड में हत्यारोपी पीयूष और उसकी माशूका मनीषा को बचाने के लिए अन्य आरोपियों पर दबाव बनाने का खेल थम नहीं रहा है। अब तो उनको जेल में जाकर धमकी दी जा रही है। जिससे आरोपी सहम गए है। वे खुद को जेल में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। हालांकि जेल प्रशासन ने इससे इन्कार करते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने का दावा किया। वहीं, अन्य आरोपियों के परिजनों ने भी धमकी दिए जाने का आरोप लगाया है।

जेल में वकील ने जाकर दी धमकी

ज्योति हत्याकांड में सभी आरोपी गिरफ्तारी के बाद से जेल में है। हत्यारोपी मनीषा की सेशन से बेल भी खारिज हो चुकी है, जबकि पीयूष के परिजनों ने बेल खारिज होने के डर से उसकी अर्जी ही नहीं डाली है। अब तो पीयूष, मनीषा और उनके परिजन हताश हो गए है। अब वे अन्य हत्यारोपियों पर सारे गुनाह कबूल करने का दबाव बना रहे हैं। इसका आई नेक्स्ट खुलासा कर चुका है। एडवोकेट दामोदर मिश्रा के मुताबिक बुधवार को हत्यारोपी रेनू ने पेशी के दौरान जिलाजज से धमकी दिए जाने की गुहार लगाई। उसने कहा कि जेल में एक वकील ने उससे मिलाई कर धमकी दी है कि अगर उसने पीयूष और मनीषा को क्लीन चिट देते हुए खुद गुनाह कबूल नहीं किए तो उसे जान से मार दिया जाएगा। उसके परिवार का भी यही हश्र किया जाएगा। उसने धमकी देने वाले वकील का विजिटिंग कार्ड भी कोर्ट में पेश किया।

पीयूष के परिजनों पर अपहरण का आरोप लगाया

हत्यारोपी रेनू को जेल ले जाने के लिए कोर्ट के बाहर लाया गया तो उसने पीयूष के परिजनों पर छोटे भाई विनय को अगवा किए जाने का आरोप लगाया। उसने कहा कि उसका भाई एक महीने से गायब है। उसको पीयूष के परिजनों ने अगवा किया है, ताकि वो दबाव में पीयूष के गुनाह कबूल कर लें। उसने कहा कि पीयूष और उसके परिजन बहुत खतरनाक है। वे उसके भाई को जान से भी मार सकते हैं। रेनू के वकील अहमद अली खान ने बताया कि वो एसएसपी से मिलकर शिकायत करेंगे।

कड़ी सुरक्षा में लाए गए, चेहरे में दिखा खौफ

ज्योति हत्याकांड की पिछली पेशी में हत्यारोपी रेनू और अवधेश पीयूष से भिड़ गए थे। जिसे देखते हुए बुधवार को उनको कड़ी सुरक्षा में ला गया। सुरक्षा के लिहाज से पीयूष को अन्य आरोपियों से अलग बैठाया गया। पुलिस कर्मियों ने पीयूष को ड्राइवर के बगल में बैठाया, जबकि अन्य आरोपियों को पीछे बन्द करके लाया गया। वहीं, मनीषा को अलग गाड़ी से लाया गया।

इन मामलों में हुई सुनवाई, क्म् अप्रैल की तारीख लगी

जिला जज कोर्ट में गाड़ी को रिलीज, रिवीजन और चार्ज फ्रेम कराने को लेकर बहस चल रही है। बचाव पक्ष ने सुनवाई शुरू होते ही दोबारा पूरी नकल दिलाए जाने को लेकर बहस की। जिसका अभियोजन पक्ष से दामोदर मिश्रा ने कड़ा विरोध किया। वहीं, पीयूष के वकील सईद नकवी ने कार और रेनू के वकील ने बाइक को रिलीज कराने को लेकर बहस की। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद क्म् अप्रैल की तारीख लगा दी।

जेल में चलता है पीयूष का सिक्का

ज्योति हत्याकांड के सूत्रधार हत्यारोपी पीयूष और उसकी माशूका मनीषा को जेल में हर सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। यह आरोप हत्यारोपी रेनू और अवधेश ने लगाया। दोनों ने कोर्ट के बाहर मीडिया को बताया कि उनके परिजन जेल में मोटी रकम पहुंचा देते हैं। जिसके चलते पीयूष का जेल में सिक्का चलता है। वो हर बैरक में चला जाता है, जबकि उनको बैरक से निकलने ही नहीं दिया जाता है। पीयूष ने लम्बरदार और बंदी रक्षकों से उन्हें पिटवाता है।