- रविवार को एक बार फिर दो दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर विधायक सेंगर

- अरेस्ट किये गए तत्कालीन एसओ माखी व दारोगा से कराया जाएगा सामना

LUCKNOW :

उन्नाव रेप कांड के बाद पीडि़ता के पिता से फर्जी ढंग से तमंचा बरामद दिखाकर जेल भेजने के पुलिसिया खेल की 'स्क्रिप्ट' आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने ही रची थी। सीबीआई द्वारा की गई अब तक की जांच में इसकी पुष्टि होने के बाद विधायक सेंगर को रविवार को दो दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। इस दौरान उनका सामना विधायक से मिलीभगत के आरोप में अरेस्ट किये गए तत्कालीन एसओ माखी अशोक सिंह भदौरिया और दारोगा कामता प्रसाद सिंह से कराया जाएगा।

कोर्ट ने मंजूर की दो दिन की रिमांड

सीबीआई के विवेचक अनिल कुमार ने सीबीआई की प्रभारी विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट विनीता सिंह की कोर्ट में अर्जी दाखिल कर विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को पुलिस कस्टडी रिमांड पर भेजने की मांग की गई थी। अर्जी में कहा गया कि प्रकरण की सीबीआई जांच का आदेश होने के बाद चार अप्रैल को सीबीआई ने केस दर्ज किया था। विवेचना के दौरान साक्ष्य संकलित कर आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को जुडीशियल कस्टडी में लिया गया। कहा गया कि अभियुक्त कुलदीप सिंह सेंगर का सामना पुलिस रिमांड पर लिये गए तत्कालीन एसओ माखी अशोक सिंह भदौरिया व दारोगा कामता प्रसाद सिंह से कराना जरूरी है। जिससे सही तथ्यों का खुलासा हो सकेगा। साथ ही सभी आरोपियों की अपराध में संलिप्तता व भूमिका भी स्पष्ट हो सकेगी। अर्जी में यह भी कहा गया कि मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर भी आरोपी विधायक सेंगर से गहन पूछताछ जरूरी है। ताकि, किशोरी के पिता के खिलाफ माखी थाने में दर्ज मुकदमे का पूरा घटनाक्रम भी सामने आ सके।

कडि़यां जोड़ेगी सीबीआई

सूत्रों के मुताबिक, माखी थाने के तत्कालीन एसओ अशोक सिंह भदौरिया ने सीबीआई की पूछताछ में कई अहम राज उगले हैं। सूत्रों के मुताबिक आरोपी विधायक सेंगर की सीधे एसओ से फोन पर बात भी हुई थी। अब तक की सीबीआई जांच में विधायक के प्रभाव में ही पुलिस के खेल करने की बात सामने आ चुकी है। मोबाइल कॉल डिटेल से भी अहम सुराग हाथ लगे हैं। सीबीआई विधायक व तत्कालीन एसओ व दारोगा का सामना कराकर पूरी घटना की कडि़यों को भी सिलसिलेवार जोड़ेगी।