100 नंबर पर हर माह आने वाली 18 हजार सूचनाओं में तीन हजार फेक कॉल

ALLAHABAD: जनपद की पुलिस इन दिनों फर्जी कॉल्स से परेशान है। काल करने वाले कभी लूट, मर्डर तो कभी दंगे की सनसनीखेज सूचना देकर पुलिस को परेशान कर रहें है। पुलिस मौके पर पहुंचती है तो पता चलता है कि मामला आपसी विवाद का था। फेक सूचना दिन की बजाय रात में ज्यादा मिलती है।

मौके पर कुछ और मिलता है मामला

यूपी पुलिस डायल 100 का रिकार्ड खंगालने पर पता चला कि हर महीने 17 से 18 हजार फोन कॉल आते हैं। इनमें से दो से तीन हजार के बीच फेक कॉल्स होती हैं। कई बार तो ऐसा भी होता है कि लोग अफवाहों का बजार गर्म करने के इरादे से फेक कॉल्स कर देते हैं। सूचना पर पुलिस हलकान हो जाती है तो घटना की गंभीरता को देखते हुए फौरन मौके पर पहुंचती है। मौके पर पता चलता है कि जिस घटना की सूचना दी गई थी वह फेक है।

दी थी दंगा के संभावना की सूचना

अभी पिछले हफ्ते ही किसी ने फोन कर पुलिस को सूचना दी कि शाहगंज इलाके में दंगा होने की संभावना है। सूचना पर पुलिस हलकान हो गई और आनन फानन में मौके पर पहुंची। वहां पता चला कि दो पक्षों के विवाद में झड़प के बाद मारपीट हुई है। इसी प्रकार पिछले हफ्ते ही रात में अपहरण की सूचना आई। पुलिस देर रात तक परेशान रही। बाद में पता चला कि गांव के दो युवक शराब के नशे में कहीं निकल गए थे। औद्योगिक थाना क्षेत्र से सूचना आई कि एक युवती को कुछ लोग सरेराह कार में अगवा कर ले जा रहे हैं। पुलिस मौके पर पहुंची तो गांव वालों ने बताया कि पति पत्‍‌नी के बीच हुए विवाद के बाद युवती को कार से उसके मायके वाले लेकर गए हैं। मामले में पुलिस उच्चाधिकारियों का कहना है कि हर सूचना महत्वपूर्ण होती है। इसलिए वे किसी भी सूचना को नजर अंदाज नहीं कर सकते। हर सूचना पर पुलिस को मौके पर जाने का निर्देश दिया गया है।

सूचनाएं कैसी भी हों, मिलने पर मौके पर जाकर जांच का आदेश है। कई कॉल्स फेक होती हैं। मगर फिर भी घटना स्थल पर पहुंचकर सच्चाई का पता लगाना हमारा कर्तव्य है।

बृजेश श्रीवास्तव, एसपी सिटी