एनडीआरएफ की टीमें  घटना स्थल पर मौजूद
ग्रेटर नोएडा (आईएएनएस)। ग्रेटर नोएडा इलाके शाहबेरी गांव में मंगलवार रात एक साथ बनी दो रिहाइशी इमारतें गिर गईं। पुलिस के मुताबिक इन दो इमारतों में करीब एक दर्जन परिवार रहते थे। गिरी हुई इमारतों के मलबों से अब तक करीब तीन लोगों के शव मिले हैं। वहीं करीब 30 से अधिक लाेग इसके मलबे में दब गए हैं। इसमें वहां रह रहे परिवारों के अलावा कुछ मजदूर भी शामिल हैं। हादसे को लेकर राज्य सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि एनडीआरएफ की टीमें घटना स्थल पर मौजूद हैं।

मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकाला जा रहा

खोजी कुत्तों, दो हाइड्रोलिक क्रेन और छह बुलडोजरों की मदद से मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकाला जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) को राहत व बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए हैं।वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद मजिस्ट्रेट बीएन सिंह, पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) आशीष श्रीवास्तव छह पुलिस स्टेशनों के पुलिसकर्मियों के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए थे।  

बिल्डर समेत तीन लोग हिरासत में लिए जा चुके
पुलिस के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि दोनों भवनों को अवैध रूप से बनाया गया था। इसमें एक पर निर्माण कार्य पूरा हो चुका था जिसके बाद एक दर्जन परिवार इसमें स्थानांतरित हो गए थे। वहीं दूसरा अभी भी निर्माणाधीन था। बेसमेंट और खराब निर्माण सामग्री की वजह से दीवारों में बहुत अधिक नमी थी। ऐसे में बिल्डर गंगा प्रसाद द्विवेदी समेत तीन लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। वहीं  केंद्रीय मंत्री और नोएडा लोकसभा सांसद महेश शर्मा भी दुर्घटना स्थल का दौरान करने पहुंचे हैं।

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