आगरा: ब्रज में शनिवार शाम एक बार फिर मौसम ने पलटा खाया। दोपहर को अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचने से तेज गर्मी के बाद शाम को आसमान में धूल छाई और 93 किमी। प्रति घंटा की रफ्तार से आंधी के तुरंत बाद बारिश आ गई। इससे गर्मी से कुछ राहत जरूर मिली, लेकिन फीरोजाबाद में आंधी तीन की जान ले गई। मैनपुरी में भी एक किसान की मौत हुई है।

शनिवार दोपहर तीन बजे अचानक से आसमान में काली घटाएं छाने लगी। देखते ही देखते धूल भरी तेज आंधी प्रारम्भ हो गई। आगरा मार्ग के बड़ा गांव पर होडिंग उखड़ कर सड़क किनारे गिर पड़े, पेड़ टूट गये। ग्रामीणों पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने लगे। लोगों के जेहन में दो मई को आये तूफान की यादें ताजा हो गई। आगरा मार्ग से गुजरने वाले वाहनों की रफतार धीमी हो गयी। वाहन सड़कों पर लाइट जलाकर चलने लगे। तेज आंधी से ग्रामीण इस कदर डर गये कि लोग घरों से बाहर निकल आये। करीब आधा घण्टा तक तेज आंधी चलती रही। उसके बाद क्षेत्र में तेज बारिश प्रारम्भ हो गई। बारिश होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली।

फीरोजाबाद में आंधी कहर बनकर टूटी और तीन लोगों की जान ले गई। रामगढ़ के चनौरा गांव निवासी सौदान सिंह दिल्ली में मजदूरी करते हैं। वह घर बनवा रहे थे। लेंटर डालने की तैयारी चल रही थी। सुबह से लेंटर जाल बिछा था और उसमें बिजली के पाइप डालने का काम चल रहा था। छत पर सौदान की पत्नी सोनकली, दस वर्षीय बेटी नंदनी, बिजली मिस्त्री 36 वर्षीय विनोद कुमार पुत्र गंगा सिंह और 45 वर्षीय महावीर पुत्र मिश्रीलाल निवासीगण टापाखुर्द थे। शाम लगभग पौने पांच बजे आंधी शुरू हुई। सभी लोग नीचे आ पाते, उससे पहले तेज आंधी में उड़े जाल के साथ चारों नीचे आ गिरे। आवाज सुन मुहल्ले वाले पहुंच गए। सूचना पर पहुंचे रामगढ़ इंस्पेक्टर भानुप्रताप ने बस्ती वालों के साथ मिलकर घायलों को अस्पताल भिजवाया। रास्ते में सोनकली और दोनों बिजली कारीगरों ने दम तोड़ दिया, जबकि नंदनी की हालत गंभीर है। उधर, मैनपुरी के बेवर में गग्गरवाला गांव में आंधी के दौरान खेत में बैठे 50 वर्षीय रामनाथ की पेड़ गिरने से दबकर मौत हो गई। आगरा, मथुरा, एटा और कासगंज में भी आंधी और बारिश हुई। इससे शाम को मौसम खुशगवार हो गया।