यह भी जानें

-24 करोड़ लोग इंडिया में यूज कर रहे थे टिक टॉक ऐप

-30 सेकेंड का वीडियो होता था अपलोड

-3 अप्रैल को मद्रास हाईकोर्ट ने लगाया था बैन

- सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एपल ने ऐप स्टोर और गूगल ने प्ले स्टोर से हटाया

- ऐप बैन होने की सूचना पर बरेलियंस में मची खलबली

bareilly@inext.co.in

BAREILLY: मद्रास हाईकोर्ट के आदेश के बाद विवादों में फंसा चाइनीज ऐप टिक टॉक को गूगल ने प्ले स्टोर और एपल ने ऐप स्टोर पर ब्लॉक कर दिया है. इसका मतलब कोई भी भारतीय यूजर अब इस ऐप को डाउनलोड नहीं कर पाएगा. एप हटने की जानकारी जैसे ही लोगों को मिली तो खलबली मच गई. शहर के टिक टॉक यूजर्स का कहना है कि हमारी तो जिंदगी ही छीन ली, बिना टिक टॉक के अब हम कैसे रहेंगे. वहीं कुछ लोगों का कहना है यह अच्छा हुआ कि टिक टॉक बंद हो गया. इससे बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ रहा था.

अश्लीलता को मिल रहा था बढ़ावा
मद्रास हाईकोर्ट ने 3 अप्रैल को केंद्र सरकार से कहा था कि वह टिक टॉक पर बैन लगाए. यह ऐप एडल्ट कंटेंट परोस रही है. इससे बच्चों पर गलत प्रभाव पड़ रहा है. साथ ही इससे अश्लीलता और बच्चों के प्रति यौन हिंसा को बढ़ावा मिला है. ऐप को बैन करने के लिए एक जनहित याचिका दायर हुई थी. इसके बाद केंद्र सरकार ने एपल और गूगल को लैटर भेज इस पर बैन लगाने को कहा था.

युवाओं में है ज्यादा क्रेज
टिक टॉक का युवाओं में काफी क्रेज था. ऐप बैन होने के बाद दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने कुछ यूथ से बात की. यूथ का कहना है कि ऐप होने से उनको काफी शॉक लगा है. टिक टॉक बंद हो गया तो हमारा पूरा का पूरा टेलेंट यहीं पर दब जाएगा. यह ऐप बॉलीवुड में एंट्री के लिए अच्छा प्लेटफॉर्म है. इस पर लाइक और कमेंट से उन्हें जहां एक ओर खुशी मिलती थी. वहीं दूसरी तरफ उनको बॉलीवुड में एंट्री का भी चांस मिलता था.

अच्छा हुआ जो बंद हो गया
टिक टॉक बैन होने पर शहर के कुछ लोगों का कहना है कि हाइकोर्ट के फैसले से वह बहुत खुश है. टिक टॉक एक ऐसी एप्लीकेशन जिसने बहुत जल्दी लोगों को एडिक्ट बना दिया. टिकटॉक के अलावा हमारे बच्चों को कुछ और दिखाई ही नहीं दे रहा था. पढ़ाई का भी नुकासान हो रहा था.

यह है टिकटॉक
टिक टॉक एक ऐसी एप्लीकेशन है, जिसमें यूजर स्पेशल इफेक्ट के साथ 30 सेकंड का वीडियो बनाकर शेयर कर सकते हैं. उन 30 सेकेंड में यूजर को अपना बेस्ट दिखाना होता था. इसमें गाने बताते चले कि भारत में करीब 24 करोड़ लोग टिकटॉक डाउनलोड कर चुके थे.

ऐप बैन होने पर यह बोले यूथ
टिकटॉक बंद होने का मतलब है कि हमारी जिंदगी हमसे छीन लेना. टिकटॉक के माध्यम से हम अपने टेलेंट को दिखा रहे थे, जो अब बंद हो जाएगा.

आंचल चौहान

किसी एक की गलती और भुगत सब रहे हैं, यह सही नहीं है. टिक टॉक ऐसे लोगों के लिए बहुत अच्छा प्लेटफॉर्म था, जो बॉलीवुड की दुनिया में अपना करियर बनाना चाहते हैं.

वंदना सिंह

अच्छा हुआ कि टिक टॉक बंद हो गया. इसमें लोग सिर्फ अपना टाइम बर्बाद कर रहे थे और कुछ नहीं था.

तृप्ति यादव