- टाइम एंड स्ट्रेस मैनेजमेंट पर वर्कशॉप किया आर्गनाइज

- पहले खुद को करें मैनेज, शेड्यूलिंग की करें लिस्टिंग

PATNA : आज के समय में टाइम एंड स्ट्रेस मैनेजमेंट एक बड़ी समस्या है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए पीएचडी चेम्बर और कास की ओर से इस टॉपिक पर होटल चाणक्या में वर्कशॉप आर्गनाइज किया गया। मौके पर चेम्बर के एडवाइजरी काउंसिल के चेयरमैन सीएम कृष्णा ने बताया कि टाइम मैनेज करना और ना बोलना सीखें। कई बार स्थितियां ऐसी हो जाती है कि आप एक साथ कई काम में फंसकर रह जाते हैं। कई बार बॉस का भी प्रेशर होता है। इसलिए आप तय करें कि क्या जरूरी है और क्या नहीं।

गोल्डेन रूल्स

वर्कशॉप में एक्सपर्ट प्रो। अतुल शर्मा ने कहा कि आप टाइम मैजमेंट के बजाए स्वंय को मैनेज करने का प्रयास करें। इसके लिए टाइम मैनेजमेंट और स्ट्रेस के बीच के लिंकेज को समझने की जरूरत है। उन्होंने इसके लिए गोल्डेन रूल के बारे में भी बताया। इसमें पार्टिसिपेंट्स बैंक, कारपोरेट, एंटेप्रेन्योर और एकेडमिक एरियाज से थे।

काम को करें मैनेज

पहले और आज के टाइम मैनेजमेंट में अंतर है। पहले आप स्वंय का काम ठीक कर लेते तो संतुष्ट रहते थे, लेकिन आज परिस्थितियंा बदल गई है। सीएम कृष्णा ने कहा कि आप चौबीस घंटे को इस प्रकार से इनवेस्ट करे कि आप अपने जीवन का ध्येय प्राप्त कर सके। आम तौर पर जब चीजें हाथ से निकलने लगती है तब आप तनाव में आ जाते हैं।

सर्किल ऑफ इंफ्लूएंस

अपने काम को बेहतर तरीके से करने के लिए अपने सर्किल ऑफ इंफ्लूएंस को समझने की जरूरत है। इसका अर्थ है कि आप अपने कार्यक्षेत्र में उन बातों को प्राथमिकता दें जो कि आपकी महत्ता को उजागर करे।