-धर्मप्रवर्तक चक्र मुद्रा में बनाई गई है भगवान बुद्ध की प्रतिमा

-25 को 70 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण करेंगे सीएम

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क्चढ्ढ॥न्क्त्रस्॥न्क्त्रढ्ढस्नस्न/क्कन्ञ्जहृन्: अंतरराष्ट्रीय पर्यटन नगरी राजगीर स्थित घोड़ाकटोरा पहाड़ी झील के बीचोंबीच सीएम नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट भगवान बुद्ध की विशालकाय प्रतिमा की स्थापना का काम पूरा हो गया है। 25 नवंबर को राजगीर महोत्सव के शुभारंभ से पहले सीएम नीतीश कुमार प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इससे पहले 17 नवंबर को बौद्ध भिक्षुओं की टीम प्रतिमा का निरीक्षण करने पहुंचेगी। टीम में महाबोधि सोसाइटी मैनेजमेंट कमिटी के सेक्रेटरी मिस्टर दोर्जे और बिहार बुद्ध सोसायटी की सेक्रेटरी महाश्वेता महारथी भी शामिल रहेंगी। इस टीम के संतुष्ट होने के बाद ही अनावरण के लिए सीएम अंतिम स्वीकृति देंगे। इस 70 फीट ऊंची प्रतिमा को भगवान बुद्ध के प्रथम उपदेश स्थल सारनाथ स्थित धर्मप्रवर्तक चक्र मुद्रा का स्वरूप दिया गया है।

जानें प्रतिमा की विशेषताएं

-दो वर्ष पहले 31 दिसंबर 2016 को पर्यटन विभाग ने इस परियोजना का किया था शुभारंभ।

-करीब 10 करोड़ की लागत से तैयार की गई है प्रतिमा।

-प्रतिमा 18 महीने में बनाने का लक्ष्य था। अक्टूबर में काम लगभग पूरा कर लिया गया।

-पर्यटन विभाग ने निर्माण एजेंसी कंसल्टेंट कंपनी दीपक हैंडिक्राफ्ट प्राइवेट लिमिटेड को निर्माण का काम सौंपा था।

-इसमें यूपी के मिर्जापुर स्थित चुनारगढ़ से 48 हजार घन फीट हल्के गुलाबी रंग के सैंड स्टोन का इस्तेमाल किया गया है।

-प्रतिमा की स्थापना पूरब से पश्चिम दिशा की ओर इस प्रकार से की गई है कि घोड़ाकटोरा परिक्षेत्र में प्रवेश करते सैलानियों को दूर से ही झील के मध्य विराजमान भगवान बुद्ध की प्रतिमा दिख सके।

-निर्माण राजस्थान के दो दर्जन से अधिक कुशल कारीगरों की टीम ने दीपक हैंडिक्राफ्ट प्रा.लि। के डायरेक्टर दीपक कुमार गौड़ और कई इंजीनियरों की देख-रेख में किया है।

-अहमदाबाद के डिजायनर धीरेन भाई साल्ट ने प्रतिमा की डिजाइ¨नग की है।

-घोड़ाकटोरा पहाड़ी झील की निचली सतह से उपरी सतह तक फाउंडेशन की ऊंचाई 20 फीट और फाउंडेशन से प्रतिमा की ऊंचाई 50 फीट यानी प्रतिमा की कुल ऊंचाई 70 फीट है।