-कौशिकी अब तक सोशल इश्यू और करप्शन पर लिख चुकी हैं डेढ़ दर्जन से अधिक कविताएं

-डिस्ट्रिक्ट टॉपर बनी बीबीएल की कौशकी दीक्षित ने पाए 98.4 प्रतिशत

BAREILLY :

12वीं में 98.4 प्रतिशत मा‌र्क्स के साथ बरेली टॉप करने वाली कौशिकी दीक्षित एक कवियत्री भी है। क्लास 7 से पंक्तियां गढ़ रही कौशिकी अब तक डेढ़ दर्जन से अधिक कविताएं लिख चुकी हैं। उसने सबसे ज्यादा बेटियों और महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर कविताएं लिखी हैं। कौशिकी ने करप्शन और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर भी कविताएं लिखी हैं। इसके साथ सिंगिंग और डांसिंग का भी शौक है।

जिसमें वह एक छोटी सी खुशी है पर सफर अभी लम्बा है। मंजिले अभी बहुत पाना है। न रूकना है न झुकना है। हारना तो सीखा ही नहीं मैंने बस यूं ही बढ़कर हर सपने को सच करने की ठानी है।

हालांकि वह आईएएस आफिसर बनना चाहती है। कौशिकी का कहना है कि वह इस ओहदे का इस्तेमाल एजुकेशन लेवल को ऊपर उठाने में करना चाहती है। आईएएस अफसर बनने के लिए जरूरी है कि वह कड़ी मेहनत करें।

एडवांस में दे चुकी है एग्जाम

कौशिकी दीक्षित मूल रूप से हरदोई की रहने वाली हैं। वह काफी समय से शहर के राजेन्द्र नगर में रहकर बीबीएल पब्लिक स्कूल से पीसीएम ग्रुप से पढ़ाई कर रही थी। कौशिकी के पिता आरटीओ आफिस में सीनियर असिस्टेंट के पद पर प्रतापगढ़ में तैनात हैं। जबकि कौशिकी की मां शारदा दीक्षित हाउस वाइफ हैं। कौशिकी ने बताया कि वह ट्रिपल आईआईटी में हाल ही में एडवांस का एग्जाम दे चुकी हैं।

एजुकेशन का बदलना चाहती हैं स्तर

डिस्ट्रिक्ट टॉप करने वाली कौशिकी दीक्षित आगे पढ़ाई कर आईएएस बनना चाहती है। आईएएस बनकर वह चाहती है कि एजुकेशन स्तर में सुधार के लिए कुछ कर सके। कौशिकी बताती है कि सभी अच्छे लोग कॉरपोरेट में चले जाएंगे तो देश के लिए आइडिया कौन देगा। इसीलिए वह कॉरपोरेट क्षेत्र को छोड़कर सिविल सर्विसेज में जाना चाहती है।

टारगेट फोकस कर करें पढ़ाई

कौशिकी कहती है कि अच्छे मा‌र्क्स हासिल करने के लिए या टॉप करने के लिए हर समय पढ़ने की ही जरूरत नहीं है। इसके लिए तो सबसे पहले फोकस कर पढ़ाई करें। कम समय पढ़े लेकिन मन से पढे़ं। वह खुद के लिए बताती है कि स्कूल के अलावा वह 4-6 घंटे ही पढ़ाई करती थी। इसी मेहनत पर उन्हें हाईस्कूल में भी 10 सीजीपीए मिला था। कौशिकी दीक्षित ने कम्प्यूटर में 100, फिजिक्स 99, केमिस्ट्री 100, मैथ्स 98 और इंग्लिश में 95 प्रतिशत मा‌र्क्स हासिल किए हैं।