385

ट्रैफिक सिपाही का पद ट्रैफिक विभाग के पास

109

ट्रैफिक सिपाही वर्तमान समय में हैं तैनात

32

ट्रैफिक सिपाहियों को लगाया गया है कार्यालय के कार्यो में

22

ट्रैफिक सिपाही लगाए जाते हैं हाईकोर्ट के आसपास

02

ट्रैफिक सिपाहियों की ड्यूटी लगाई गई है गनर के तौर पर

53

ट्रैफिक सिपाही बचे हैं, जिनके भरोसे चल रहा शहर का ट्रैफिक सिस्टम

होमगार्ड के जवानों के भरोसे शहर के चौराहों पर चल रहा ट्रैफिक सिस्टम

प्रतिदिन शहर के लगभग हर इलाके में लग रहा जाम, झेल रही पब्लिक

mukesh.chaturvedi@inext.co.in

ALLAHABAD: शहर के चौराहों से लेकर गलियां तक इन दिनों बदहाल ट्रैफिक सिस्टम से जूझ रही हैं। उधर, जिस विभाग के पास स्मूथ ट्रैफिक की जिम्मेदारी है, वह सिपाहियों की कमी से खुद 'एनमिक' (शरीर में खून की कमी) हो गया है। ये कहा जा सकता है कि कुंभ कार्यो की वजह से अस्त-व्यस्त शहर को जब ट्रैफिक सिस्टम सही होने की सबसे अधिक जरूरत थी, तभी ये सिस्टम सिपाहियों की कमी से लड़खड़ाने लगा है। हाल ये है कि 385 सिपाहियों के पद से सुसज्जित ट्रैफिक इस समय 53 सिपाहियों के भरोसे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को संभाल रहा है। हालांकि इस कमी को पूरा करने के लिए विभाग ने होमगार्डो की मदद ले रखी है, लेकिन तब पब्लिक उसकी योजनाओं को फेल कर देती है। कारण कि शहर की पब्लिक को जब तक वर्दी वाले के कंधे पर 'यूपीपी' नजर नहीं आता तब तक वह किसी की सुनती नहीं है।

इनकी भी है खासी कमी

पद नेम पद तैनाती

टीआई 04 01

टीएसआई 17 08

एससीपी, एससी 67 52

- सिपाहियों की कमी को देखते हुए विभाग ने 500 होमगार्डो को ड्यूटी दी

- करीब 130 होमगार्ड महीने भर से चल रहे हैं गैरहाजिर

- बचे 370 होमगार्डो से विभाग जैसे-तैसे करा रहा है काम

सिपाहियों की कमी पूरी करने के लिए विभाग को अफसरों ने लेटर भेजा है। उम्मीद है जल्द ही और सिपाहियों की तैनाती कर दी जाय। फिलहाल होमगार्ड लगा कर चौराहों पर ट्रैफिक व्यवस्था चलाई जा रही है। चेकिंग में ड्यूटी पर लगाए गए होमगार्ड यदि चौराहे से कहीं और पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

राम प्रकाश दोहरे, ट्रैफिक सीओ