-कोडरमा में आंधी-बारिश से सुरंग के अंदर टूटा ओएच तार, तीन राजधानी एक्सप्रेस जहां-तहां खड़ी रहीं

-दस घंटे की मशक्कत के बाद गया-कोडरमा रेल लाइन पर शुरू हुआ परिचालन

-हावड़ा-नई दिल्ली ग्रैंड कॉर्ड पर भी परिचालन ठप, सीतारामपुर-कुल्टी रेलखंड पर गार्ड वॉल धंसा

कोडरमा/आसनसोल : पिछले तीन-चार दिनों से झारखंड में लगातार हो रही बारिश से कई जिलों में नुकसान हुआ है। रेलवे परिचालन तो अस्त-व्यस्त हो गया। बारिश के कारण ओवर हेड तार टूटने और मिट्टी धंसने से तीन राजधानी एक्सप्रेस समेत कई महत्वपूर्ण ट्रेनें ठप हो गई। इन्हें जहां-तहां खड़ा कर दिया गया। जंगली इलाके में फंसे होने के कारण कई ट्रेनों के हजारों यात्री दहशत में रहे। वे ऐसी जगह थे जहां पीने का पानी भी नसीब नहीं था। नाराज यात्रियों ने कोडरमा में बसकटवा के पास ट्रैक पर उतरकर परिचालन रोक दिया। करीब दस घंटे बाद गया-कोडरमा रेलखंड पर तो ट्रेनों का परिचालन शुरू हो सका लेकिन हावड़ा-नई दिल्ली ग्रैंड कॉर्ड पर परिचालन प्रभावित रहा। रात नौ बजे तक इसे ठीक किए जाने का प्रयास जारी था।

बारिश की वजह से गुरुवार की देर रात गया-कोडरमा रेलखंड के नाथगंज स्थित टनल-1 में ओवरहेड तार टूट गया। इस घटना के कारण इस रूट पर रेल परिचालन पूरी तरह ठप हो गया। घटना के कारण डाउन लाइन में तीन राजधानी एक्सप्रेस समेत दर्जनों एक्सप्रेस ट्रेनें अलग-अलग स्टेशनों पर रुकी रहीं। वहीं अप लाइन पर भी घटना के समय दो-तीन ट्रेनें प्रभावित हुई। बाद में इसे ठीक कर लिया गया और परिचालन सामान्य रूप से अप लाइन में होता रहा। धनबाद रेल मंडल के पीआरओ पीके मिश्रा के अनुसार रात्रि 1.05 बजे आंधी की वजह से ट्रैक्शन तार टूट गया, जिसे सुबह 10.55 बजे ठीक किया गया।

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यात्रियों ने अप लाइन पर रोकी ट्रेन

रेलवे अप लाइन से मालगाड़ी का परिचालन करा रही थी। इससे शुक्रवार की अल सुबह जोधपुर-हावड़ा एक्सप्रेस के यात्रियों का गुस्सा फूट पड़ा और लोगों ने रेलवे ट्रैक पर उतरकर मालगाड़ी को रोक दिया। अप लाइन में मालगाड़ी को रोके जाने की वजह से कोडरमा, गझंडी एवं अन्य स्टेशनों पर अप लाइन में भी ट्रेनें खड़ी हो गई। इस दौरान कोडरमा रेलवे स्टेशन पर जम्मूतवी-सियालदह प्रीमियर ट्रेन को 8.23 से 11.25 बजे तक, धनबाद-गया इंटरसिटी को 9.10 से 11.30 बजे तक रोका गया। वहीं हावड़ा-जोधपुर एक्स। यदुग्राम में, हावड़ा-कालका एक्स। को पहाड़पुर स्टेशन पर रोका गया। डाउन लाइन की जोधपुर-हावड़ा एक्स। के यात्री अशोक उपाध्याय ने बताया कि रात्रि एक बजे से जंगल में ट्रेन को रोक दिया गया। उन्होंने कहा कि रेल प्रशासन देश में बुलेट ट्रेन चलाने की बात कर रही है, लेकिन ओएचडी तार को ठीक करने में 10 घंटे लग जा रहे हैं।

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धंस गई थी मिट्टी

शुक्रवार की सुबह सीतारामपुर-कुल्टी रेलखंड पर आसनसोल में चलबलपुर रेल पुल पर पानी की तेज धार में गार्ड वॉल समेत रेलवे ट्रैक के नीचे की मिट्टी धंस गई। इससे हावड़ा-नई दिल्ली ग्रैंड कॉर्ड (रेल मार्ग) पर रेल परिचालन ठप पड़ गया। हावड़ा- रांची शताब्दी समेत कई ट्रेनों को डायवर्ट किया गया। कई पैसेंजर ट्रेनों को रद कर दिया गया है। आसनसोल के डीआरएम पीके मिश्रा सदल-बल मौके पर पहुंचे। युद्धस्तर पर मरम्मत कार्य किया जा रहा है। करीब 200 मजदूरों को कार्य में लगाया गया है। डीआरएम ने कहा कि ट्रैकमैन की तत्परता से बड़ा हादसा टल गया। पानी के तेज बहाव में मिट्टी हटी है लेकिन ट्रैक को नुकसान नहीं पहुंचा है। मध्य रात्रि तक परिचालन शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि लगातार हो रही बारिश और पुल से पानी के तेज बहाव के कारण मरम्मत कार्य में बाधा आ रही थी।

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कई ट्रेनें हुई डायवर्ट, तीन रद

हावड़ा-रांची शताब्दी एक्सप्रेस और वद्‌र्ध्रमान-रांची पैसेंजर को आसनसोल से डायवर्ट कर बर्नपुर-आद्रा होते हुए रांची की ओर भेजा गया। कुल्टी ¨लक केबिन या जंगल केबिन होकर पांच ट्रेनों को डायवर्ट किया गया। इनमें हावड़ा-धनबाद ब्लैक डायमंड एक्सप्रेस, हावड़ा-लालकुंआ एक्सप्रेस, कोलकाता-जम्मुतवी एक्सप्रेस, शक्तिपुंज एक्सप्रेस और जालियांवाला बाग एक्सप्रेस शामिल है। आसनसोल-धनबाद स्पेशल मेमू, आसनसोल-धनबाद मेमू और आसनसोल-बरकाकाना पैसेंजर को रद कर दिया गया।

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