- फायर ब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने गंगा सफाई की बताई हकीकत, सीएम योगी की नाराजगी को भी बताया सही
- गंगा की सफाई में अब ग्राम सभा और निकाय को एक माना जाएगा, कहा राजयोग से योजनाएं बन रहीं तो हठ योग से पूरे होंगे कार्य
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KANPUR : अभी तक आबादी के किनारे गंगा के ट्रेंच को साफ करने में काफी मुश्किलें आती थीं। बजट आवंटन में गंगा का कुछ क्षेत्र ग्राम सभा और बाकी निकाय में आता था, लेकिन जिले से गुजर रही गंगा के दायरे को एक माना जाएगा। शनिवार को गंगा स्वच्छता कार्यक्रम में हिस्सा लेने बिठूर पहुंचीं सेंट्रल कैबिनेट मंत्री उमा भारती ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि भले ही उनके पास गंगा मंत्रालय नहीं है, लेकिन नितिन गडकरी ने उन्हें सारे अधिकार दे रखे हैं, इसीलिए उन्होंने नमामि गंगे के कई कार्यो का लोकार्पण और शिलान्यास किया है।
गंगा का हाल देखकर उमा भारती ने माना कि गंगा अब भी निर्मल नहीं हो सकी हैं। इसके पीछे अधिकारियों का लापरवाह रवैया है। यूपी में गंगा सफाई का 1500 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार था, लेकिन योगीजी ने खुद काम करने की मंशा जताई तो हम पीछे हो गए। फ्राइडे को गंगा सफाई को लेकर सीएम की नाराजगी को सही ठहराते हुए उन्होंने कहा कि इससे अधिकारियों की पोल खुल गई। कानपुर में गंगा का ट्रेंच देश में सबसे ज्यादा गंदा है।
कानपुर में सभी छोटे-बड़े नाले बंद होंगे
उमा भारती बिठूर में आयोजित गंगा स्वच्छता सम्मेलन में भाग लेने पहुंची थी। इससे पहले उन्होंने बृजेंद्र स्वरूप पार्क में कमल संदेश रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवालों पर कहा कि कानपुर में सभी छोटे-बड़े नाले बंद ि1कए जाएंगे।
कानपुर में रुकना उन्हें पसंद नहीं
कानपुर में गंगा के साथ ही शहर में गंदगी पर उमा भारती ने यहां तक कहा कि उन्हें कानपुर में रुकना पसंद नहीं है। दिवंगत नेता विवेकशील शुक्ला को याद करते हुए कहा कि वह जब जिंदा थे तो मेरे खाने का ख्याल वही रखते थे।
सीसामऊ नाला टैप होगा तो आरती करूंगी
उमा भारती ने सीसामऊ नाले पर कहा कि जिस दिन नाला टैप होगा वे यहां आकर गंगा की आरती के साथ फूलों की बौछार करेंगी। उन्होंने कहा कि यह नाला उनके सीने में तीर की तरह चुभता है।
यह भी बोलीं उमा भारती
- सॉलिड लिक्विड वेस्ट मैनजमेंट से रोजगार के अवसर पैदा होंगे
- 50 परसेंट अभी इंडिया क्लीन होगा बाकी है।
- लड़कियों को दहेज लेने वालों से शादी न करने की कसम दिलाई।
- गंगा किनारे गांवों में शुरू किया जाएगा कचरा प्रबंधन।
- दिसंबर के दूसरे हफ्ते से 14 जनवरी तक करेंगी गंगा यात्रा।