यह है शहर में बिजली की व्यवस्था

-117 फीडर हैं शहर में --

-20 सब स्टेशन हैं शहर में

-2 बार हर फीडर पर बिजली ट्रिपिंग

234 बार एक दिन में कुल ट्रिपिंग

- एक अप्रैल से बरेली वालों को मिलनी थी ट्रिपिंग फ्री लाइट

- बिजली विभाग अपने ही बात पर नहीं टिका

बरेली --

शहर में लगातार बिजली सप्लाई का सपना बरेलियंस के लिए सिर्फ एक सपना ही बनकर रह गया. डेड लाइन खत्म होने के बाद भी बिजली विभाग लोगों को 24 घंटे ट्रिपिंग फ्री लाइट नहीं दे सका. लिहाजा शहर में न तो ट्रिपिंग की समस्या से मुक्ति मिली, और न ही लोकल फॉल्ट से धड़ल्ले से कई फीडर की बिजली गुल हो जाती है. आला अफसर इसके लिए मार्च महीने को जिम्मेदार मान रहे है. उनका कहना है कि मार्च का महीना होने की वजह से बनाई गई योजना पर ढंग से काम नहीं हो सका. क्योंकि मार्च के महीनें में क्लोजिंग का काम बहुत स्पीड के साथ करना होता है. बस किसी भी तरह से रेवेन्यू को लाना होता है. जिसकी वजह से प्लान पर काम नहीं हो पा रहा है.

एक अप्रैल से देनी थी ट्रिपिंग फ्री बिजली

शासन के आदेशानुसार बिजली विभाग को एक अप्रैल से बरेली वालों के लिए ट्रिपिंग फ्री बिजली की सुविधा देनी थी. इसके लिए बिजली विभाग ने कई प्लान भी बनाए थे. लेकिन उसमें से एक भी प्लान पर बिजली विभाग वर्क नहीं कर पाया है. जिसे भुगतना बरेली के लोगों को पड़ रहा है.

मिशन कम्पाउंड बिजली घर को करना था शुरू

बिजली विभाग को एक अप्रैल तक मिशन कम्पाउंड के बिजली घर को शुरू करना था. जिससे सिविल लाइंस इलाके की बिजली को नए बिजली घर से शुरू किया जा सके. जिससे वहां के फीडर पर कम लोड पड़े और ट्रिपिंग और लोकल फाल्ट की समस्या से भी सिविल लाइंस इलाके को राहत मिल सके. लेकिन न तो अभी तक बिजली घर शुरू हुआ और न ट्रिपिंग से राहत मिली.

संकरी गलियों में एबीसी लगाना था

बिजली विभाग को शहर की संकरी गलियों में बिजली विभाग को एबीसी यानि एरियल बंच कंडक्टर लगाने थे. जिससे की शहर में लोकल फाल्ट को रोका जा सके, चोरी को रोका जा सके. लेकिन बिजली विभाग अभी तक वो भी नहीं लगा पाया है. और बरेलियंस लगातार ट्रिपिंग बिजली को झेल रहे है.

117 फीडर और 20 सब स्टेशन है शहर में

शहर में कुल 20 सब स्टेशन है. जिसमें करीब 117 फीडर है. बिजली विभाग के आला अफसरों के मुताबिक हर फीडर पर दिन में कम से कम करीब दो बार बिजली की ट्रिपिंग की समस्या आती है. जिसके हिसाब से एक दिन में कुल 234 बार ट्रिपिंग होती है. और यदि महीनें की बात करें तो 7 हजार 20 बार पूरे महीने में ट्रिपिंग की समस्या बरेली के लोगों को झेलनी पढ़ती है.

वर्जन

अभी तक क्लोजिंग में लगे थे जिसकी वजह से कई काम नहीं हो पाए है. जल्द ही सुविधाएं सुधर जाएंगी. ट्रिपिंग की समस्या बारिश और आंधी के मौसम में ज्यादा आती है.

एसके सक्सेना, बिजली विभाग