- इंटेलिजेंस ने होम डिपार्टमेंट व डीजीपी मुख्यालय को भेजा अलर्ट

- बुलंदशहर हिंसा के बाद अब दिल्ली धर्मसभा में जाने वाले कार्यकर्ता बन सकते हैं निशाना

- पश्चिमी यूपी के सभी जिलों में पुलिस हाई अलर्ट पर

LUCKNOW : बुलंदशहर हिंसा की आग अभी ठंडी भी नहीं पड़ी है और उपद्रवी पश्चिमी यूपी का माहौल एक बार फिर खराब करने की फिराक में हैं। इंटलिजेंस ने इस बारे में होम डिपार्टमेंट व डीजीपी मुख्यालय को अलर्ट भेजा है। सूत्रों के मुताबिक, अलर्ट में बताया गया है कि दिल्ली में आगामी नौ दिसंबर को आयोजित धर्मसभा में शामिल होने जा रहे कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा सकता है। अलर्ट के बाद पश्चिमी यूपी के सभी जिलों में सतर्कता बढ़ाने के आदेश दिये गए हैं।

सरकार को बदनाम करने की साजिश

बुलंदशहर में बीते दिनों गोकशी को लेकर हुई हिंसा और उसमें इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह व ग्रामीण सुमित सिंह की हत्या के मामले में अब तक की जांच में जो तथ्य निकलकर सामने आए हैं, वे इसके पीछे साजिश की ओर इशारा कर रहे हैं। सीएम योगी ने भी घटना को सोची समझी साजिश बताया है। सूत्रों का कहना है कि अब तक की जांच में पता चला है कि हिंसा की साजिश प्रदेश सरकार को बदनाम करने के लिये रची गई। पर, इसमें नाकामी हाथ लगने के बाद अब उपद्रवी पश्चिमी यूपी को एक बार फिर सुलगाने की फिराक में हैं।

हाइवे पर विशेष खतरा

सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार को होम डिपार्टमेंट व डीजीपी मुख्यालय को इंटेलिजेंस द्वारा भेजे गए अलर्ट में बताया गया है कि दिल्ली में आगामी नौ दिसंबर को आयोजित होने वाली धर्मसभा में जाने वाले लोगों को साजिशन निशाना बनाया जा सकता है। इसके लिये दिल्ली जाने वाले हाइवे में सूनसान जगहों को उपद्रवी अपने काम के लिये चुन सकते हैं। इस अलर्ट ने गृह विभाग व डीजीपी मुख्यालय के आलाधिकारियों के कान खड़े कर दिये हैं। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को अलर्ट मिलने के बाद आनन-फानन पश्चिमी यूपी के सभी जिलों के कप्तानों को फोन कर अगले एक सप्ताह तक विशेष सतर्कता बरतने व हाइवे की सुरक्षा के निर्देश दिये गए हैं। साथ ही साथ इन सभी जिलों में लोकल इंटेलिजेंस यूनिट्स को भी एक्टिव रहकर नजर रखने को कहा गया है।

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सोशल मीडिया पर विशेष नजर

फिजिकल पुलिसिंग के साथ ही इन सभी जिलों में सोशल मीडिया पर भी नजर रखने को कहा गया है। बताया गया कि उपद्रवी अफवाह फैलाकर भी अपनी हरकत को अंजाम देने की कोशिश कर सकते हैं। ऐसे में फेसबुक के साथ ही वाट्सएप ग्रुप्स पर भी नजर रखी जा रही है। शासन व डीजीपी मुख्यालय से स्पष्ट निर्देश दिये गए हैं कि अगर कोई भी आपत्तिजनक या भड़काऊ पोस्ट करता है तो उसके खिलाफ पुलिस बेहद कड़ाई से कार्रवाई करें।