छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: साहित्य सेवा समिति जमशेदपुर की ओर से हरिबल्लभ सिंह 'आरसी' की दो रचनाओं का लोकार्पण व जन्मदिन समारोह बिष्टुपुर स्थित डॉ। श्रीकृष्ण सिन्हा संस्थान के सभागार में शनिवार की शाम संपन्न हुआ। 'आरसी' की दो रचनाओं 'घटनाओं का चक्रवात' और 'सोचो कहां जा रहे' का लोकार्पण समारोह मनाया गया साथ ही उनके जन्मदिन के शुभ अवसर पर विभिन्न संस्थाओं द्वारा शुभकामनाएं व्यक्त की गई। सर्वप्रथम समारोह में अतिथियों द्वारा देवी सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के उपरांत दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। समारोह की अध्यक्षता गीतकार गंगा प्रसाद अरुण ने किया। मुख्य अतिथि के रुप में डॉ। अशोक प्रियदर्शी एवं मुख्य वक्ता साहित्यकार डॉ। अनिल कुमार उपस्थित थे। सरस्वती वंदना के साथ दोनों रचनाओं की पृष्ठभूमि पर डॉ। श्यामलाल पांडेय ने प्रकाश डाला। इसी क्रम में सिंहभूम ¨हदी साहित्य सम्मेलन' के मानद सचिव डॉ। नर्मदेश्वर पांडेय ने उनके जन्मदिन पर बधाई देते हुए उनके साहित्य को प्रेरणास्रोत बताया। मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित डॉ। अनिल कुमार ने कहा कि व्यक्ति जब समाज से जुड़ जाता है तो उसके व्यक्तित्व का निर्माण होता है। साधारण परिवार से निकले श्री आरसी मजदूरों के नेता के रूप में जाने जाते हैं। राजनीति, साहित्य एवं संस्कृति की जिंदगी ये एक साथ जीते हैं और पंगु एवं लाचार व्यवस्था पर इनकी लेखनी अनवरत चलती है। मुख्य अतिथि के रूप में डॉ। अशोक प्रियदर्शी ने कहा कि ये दो पुस्तकें ¨हदी के भंडार को समृद्ध करने वाली हैं। 'हाथ कंगन को आरसी क्या' इनकी सामाजिक सेवा ही इनके व्यक्तित्व का प्रमाण है ।