JAMSHEDPUR: जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया कमिटी (जेएनएसी) ने धतकीडीह में बिना नक्शा मंजूर कराए बनाई जा रही दो इमारतों को सील कर दिया है। सीलिंग करने के बाद जेएनएसी के स्पेशल ऑफिसर संजय कुमार ने बिष्टुपुर थाना प्रभारी को सूचना देते हुए इन इमारतों की बराबर निगरानी करने को कहा है ताकि इनमें निर्माण कार्य दोबारा शुरू नहीं होने पाए। ये दोनों इमारतें ध्वस्त होंगी।

कागजी कार्रवाई शुरू

इन दोनों इमारतों को ध्वस्त करने के लिए कागजी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। धतकीडीह में सोनार लाइन में होल्डिंग नंबर 52 पर परवेज अशरफ फ्लैट बनवा रहे थे। ये फ्लैट बिना अक्षेस से नक्शा पास कराए ही बनाया जा रहा था। इसकी सूचना विशेष अधिकारी संजय कुमार को मिली तो उन्होंने मामले की जांच कराई। जांच में पता चला कि अब तक ये इमारत सात मंजिल तक बन गई है। ये धतकीडीह की सबसे ऊंचा अपार्टमेंट है। इस अपार्टमेंट की आठवीं मंजिल पर निर्माण कार्य चल रहा था। इस पर परवेज अशरफ को नोटिस की गई लेकिन, वो नक्शा परमिट नहीं पेश कर सके। इस पर विशेष अधिकारी के आदेश पर शनिवार को शाम चार बजे नगर प्रबंधक ज्योति पुंज पांडेय ने इस निर्माणाधीन अपार्टमेंट को सील कर दिया। यहां से सीलिंग करने के बाद नगर प्रबंधक होल्डिंग नंबर 48 पर बन रही फकीर उमर की बिल्डिंग के पास पहुंचे। ये बहुमंजिली इमारत भी बिना नक्शा पास कराए बन रही है। पांच मंजिल तक इमारत को बना लिया गया है और अब छठी मंजिल पर काम लगा है। नगर प्रबंधक ने इस इमारत को भी सील कर दिया।

उठ रहे हैं सवाल

शहर में अब तक आधा दर्जन इमारतें ऐसी मिली हैं जो बिना नक्शा मंजूर कराए ही बनाई जा रही थीं। इससे साफ है कि शहर में बिल्डरों के हौसले काफी बुलंद हैं। ये इमारतें एक दिन में नहीं बनीं। इन पर काम दो-तीन साल पहले से चल रहा है। ऐसे में साफ है कि इस गोलमाल में अक्षेस के पूर्व अधिकारी भी शामिल हैं।