JAMSHEDPUR : जिले के कई थानों में भी डेंगू फैल सकता है। इसे लेकर जिला सर्विलांस विभाग ने एसएपसी अनूप बिरथरे को पत्र लिखा है और इससे आगाह किया है। ताकि इस पर विशेष ध्यान दिया जा सके। जिला सर्विलांस पदाधिकारी डॉ। साहिर पॉल ने बताया कि पूर्वी सिंहभूम जिले में डेंगू तेजी से बढ़ रहा है। इसे देखते हुए इस बार पहले से ही तैयारी शुरू कर दी गई है। डेंगू जोन चिन्हित कर उन क्षेत्रों में काम किया जा रहा है। बरसात में यह बीमारी तेजी से फैलता है। थोड़ा सी सावधानी बरतकर इस बीमारी से बचा जा सकता है। इसके लिए विशेष रूप से तैयारी का निर्देश भी दिया गया है।

 

सालों से पड़े कबाड़

शहर के दो दर्जन से अधिक थानों में वर्षो से पड़ी गाडि़यां या समानों में पानी का जमाव हो जाता है और उसमें डेंगू का लार्वा जल्द एक्टिव हो सकता है। उन सभी थानों में एंटी लार्वा का छिड़काव करने को कहा गया है। बारिश के मौसम में डेंगू रोग तेजी से फैलता है। दरअसल, डेंगू बारिश में इसलिए भी खतरनाक होता है क्योंकि डेंगू का लार्वा नमी मिलते ही सक्रिय हो जाता है। कबाड़, पुराने गाडि़यों सहित अन्य समानों में पानी भरे होने के कारण लार्वा जल्दी एक्टिव हो जाता है।

 

मॉनसून में डेंगू का ज्यादा खतरा

डेंगू मलेरिया की तरह मच्छर के काटने से होता है। डेंगू का वायरस एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। डेंगू का बुखार ज्यादा से ज्यादा दो हफ़्ते तक रहता है। इस रोग का पनपना जून के महीने से शुरू होता है और मॉनसून के महीने में अपना चरम प्रकोप दिखाना शुरू करता है।


डेंगू के लक्षण

बुखार का टेम्परेचर चढ़ जाता है

बुखार आने के वक्त ठंड लगने लगता है

सर में बहुत दर्द होना

मांसपेशियों या जोड़ों में बहुत दर्द होना

गिलटी, दर्द या सूजन होना

उल्टी होना

भूख न लगना

ब्लडप्रेशर कम हो जाना

चक्कर आना

शरीर में रैशज का होना

खुजली होना

कमजोरी होना