छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: पोटका प्रखंड के जुड़ी पंचायत अंतर्गत खापरसाई व सामरसाई के बीच स्थित मोबिल रिफाइनरी फैक्ट्री में सफाई के लिए टंकी के अंदर घुसे तीन मजदूरों में से दो की जहरीली गैस से मौत हो गई, जबकि एक मजदूर निकलने में कामयाब रहा। उसका एमजीएम हॉस्पिटल में इलाज हो रहा है। यह दुर्घटना बुधवार की सुबह आठ बजे हुई। महीने भर से यह फैक्ट्री बंद थी। उसे फिर से चालू करने के लिए टंकी की सफाई की जा रही थी। दुर्घटना की सूचना पर पहुंची पोटका थाने की पुलिस ने दो शव को टंकी से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस फैक्ट्री इंस्पेक्टर की रिपोर्ट आने के बाद प्राथमिकी दर्ज करेगी।

कर रहे थे सफाई

बताया जाता है कि गोलमुरी के व्यवसायी नवीन अग्रवाल ने मोबिल रिफाइनरी का प्लांट लगाया गया है। यहां पुराने मोबिल को रिफाइन कर बाजार में बेचा जाता है। बुधवार को सुबह लगभग 8 बजे प्लांट के तीन मजदूर, राजनगर प्रखंड के जुगीतोला निवासी अमृत महतो (33), गम्हरिया प्रखंड के जयकान निवासी वकील महतो (28वर्ष) एवं पोटका के सामरसाई निवासी गुलाब सरदार (24) सफाई करने टंकी में उतरे। टंकी में उतरते ही गैस से तीनों का दम घुटने लगा। दम घुटने से टंकी के सबसे ऊपर खड़े गुलाब सरदार टंकी से निकलने में कामयाब रहा। उसके बाद उसने खींचकर अमृत महतो को निकाला, लेकिन तबतक उसकी मौत हो चुकी थी। वहीं वकील महतो की मौत टंकी के अंदर ही दम घुटने से हो गई। उसके शव को घंटों की मशक्कत के बाद पुलिस ने टंकी से निकाला। दुर्घटना के बाद इसकी सूचना मजदूरों ने फैक्ट्री के मालिक को दी। कुछ ही देर में प्लांट के मालिक नवीन घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने इसकी सूचना पोटका थाने को दी। पुलिस घटनास्थल पर पहुंच दोनों शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल भेज दिया। साथ ही घायल को इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल भेजा गया, जहां वह खतरे से बाहर है।

इसलिए हुआ हादसा

फैक्ट्री के मालिक नवीन अग्रवाल ने कहा कि उनका यह प्लांट महीने में 15 दिन बंद रहता है। दोबारा चालू करने के लिए हमेशा टंकी की सफाई इन्हीं मजदूरों द्वारा की जाती है। दुर्घटना के समय वह प्लांट में उपस्थित नहीं थे। उन्होंने आशंका जताई कि ढक्कन खोलने के साथ ही मजदूर टंकी में घुस गए होंगे। कई दिनों से बंद होने के कारण टंकी में गैस होगा, जिससे यह हादसा हुआ।

.तो बच सकती थी जान

मजदूरों ने थोड़ी सतर्कता बरती होती तो जान बच सकती थी। टंकी में घुसने से पहले माचिस की तिल्ली जलाकर जांच की जाती तो गैस होने की जानकारी मिल जाती। सुरक्षा की अनदेखी की वजह से इतनी बड़ी हादसा हुई।

कानून के अनुसार कार्रवाई होगी। मृतकों के परिजन को उचित मुआवजा दिलाने में प्रशासन पूरी मदद करेगा।

- अजित विमल, डीएसपी, मुसाबनी