-थर्सडे रात को लखनऊ जंक्शन पर बिछड़े बच्चों को चाइल्ड लाइन ने ट्रेन से बरेली में उतारा

BAREILLY: किसान एक्सप्रेस में लखनऊ से बिछडे़ दो मासूमों को चाइल्ड लाइन ने फ्राइडे को उनकी मां को सौंप दिया। दोनों बच्चे अपनी मां से लखनऊ में बोगी बदलने के दौरान बिछड़ गए थे। इसके बाद सूचना मिलते ही चाइल्ड लाइन मेंबर नीरज ने टीम के साथ मिलकर बच्चों को उनके गले में पड़े आईकार्ड से पहचान लिया और उन्हें ट्रेन से उतार लिया। फ्राइडे सुबह करीब नौ बजे बच्चों की मां सुमन जंक्शन पहुंची तो जीआरपी ने दोनों मासूमों को मां को साैंप दिया।

गोरखपुर से जा रहे थे लुधियाना
गोरखपुर के गांव सरबासी पोस्ट बढ़नी गोपालपुर बरनी निवासी महावीर की पत्नी सुमन ने बताया कि उनके पति लुधियाना में प्राइवेट जॉब करते हैं। उन्होंने बताया कि किसान एक्सप्रेस ट्रेन में भीड़ होने के कारण वह दोनों बच्चों मनीष और मनीषा को लेकर लगेज यान में चढ़ गई। लखनऊ में टीटीई ने लगेज यान खाली कराया तो उन्होंने जनरल बोगी में बच्चों को चढ़ा दिया, लेकिन खुद नहीं चढ़ पाई तब तक ट्रेन चल दी। इससे दोनों बच्चे बिछड़ गए। सूचना बरेली चाइल्ड लाइन को मिली तो टीम ने जंक्शन पर पहुंचकर छापेमारी की तो टीम ने बच्चों के गले में पड़े आईकार्ड से दोनों को पहचानकर ट्रेन से उतार लिया। बच्चों के आईकार्ड पर मिले फोन नम्बर पर बच्चों की मां सुमन को सूचना दी गई। सुबह जंक्शन पर पहुंची सुमन ने बताया कि मनीष नर्सरी और मनीषा फ‌र्स्ट में पढ़ाई करती है। जीआरपी ने बच्चे परिजनों को सौंप दिए।