- सूखा और गीला दोनों के लिए लगे अलग-अलग बिन्स

- आठ अन्य स्थानों पर भी है लगना

आगरा। शहर की आधुनिक सफाई व्यवस्था में अंडर ग्राउंड डस्टबिन शामिल हो गई है। पहली दो बिन्स दीवानी चौराहा स्थित केनरा बैंक के पास बुधवार को स्टॉल कर दी गई हैं। कुछ दिनों में ही बिन्स काम करना शुरू कर देंगे। इससे सड़क पर कचरा से मुक्ति मिलेगी। ऐसी ही 8 बिन्स विभिन्न स्थानों पर लगने हैं।

बिन्स लॉक कर दिए हैं

सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत शहर के खुले डस्टबिन को अंडर ग्राउंड किया जा रहा है। पहले फेस में 10 स्थानों पर अंडर ग्राउंड डस्टबिन लगाने हैं। पहले दो अंडर ग्राउंड डस्टबिन दीवानी चौक पर स्टॉल कर दिए गए हैं। यहां सूखा और गीला कचरा अलग-अलग बिन्स में डाला जा सकेगा। ये बिन्स कंप्रेशर मशीन के माध्यम से कांपेक्टर खाली करेंगे। इन बिन्स के ऊपर के डेकोरेशन का काम एक-दो दिन में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद बिन्स में कचरा डालना शुरू हो जाएगा, तब तक ये बिन्स लॉक कर दिए गए हैं। इसके अलावा 8 अंडर ग्राउंड बिन्स अलग-अलग स्थानों पर लगाए जाने हैं। इसमेंछह स्थानों का चयन करके सीमेंटेड बेस तैयार किए जा चुके हैं। वहीं दो डस्टबिन्स फतेहाबाद रोड में लगाए जाने हैं, जिनके लिए जमीन की तलाश जारी है।

इतना है खर्च

प्रत्येक अंडर ग्राउंड डस्टबिन की क्षमता 2.1 क्यूबिक मिट्रिक टन होगी। ये जीआई निर्मित होंगे। एक की लागत 8.50 लाख रुपया होगी और कुल 90 लाख रुपया से बनाए जाएंगे। ये सिस्टम एक सप्ताह में काम करने लगेगा। ये सिस्टम अर्बन इनवायरटेक और टीटीएस कंपनी तैयार कर रही है।

ऐसे उठेगा कचरा

अंडर ग्राउंड डस्टबिन के साइज के अनुसार जमीन के भीतर सीमेंटेड बेस तैयार किया जाता है। इसके बेस में कंप्रेशर मशीन फिट की जाती है। इसके ऊपर बिन्स फिट होंगे। ये पूरी तरह जमीन के भीतर ही पैक होंगे। कचरा डालने का हिस्सा सिर्फ जमीन से ऊपर होगा। यहां से कचरा डस्टबिन में डाला जा सकेगा। कंपैक्टर मशीन से डस्टबिन को उठाकर कचरा गाड़ी में डालकर दोबारा डस्टबिन को बेस में रख दिया जाएगा। इससे सड़कों पर कचरा कम होगा।

यहां लग रहे डस्टबिन

1. केनरा बैंक के पास - दो

2. नेशनल हाईवे पर - एक

3. खंदारी हनुमान मंदिर के पास - दो

4. नवल किशोर रोड के पास - एक

5. नेहरू नगर के पास - दो

6. फतेहाबाद के पास - दो

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ऐसे करनी है सफाई व्यवस्था

शहर को क्लीन और ग्रीन बनाना है। इसके लिए शहर में घर-घर से बंद गाडि़यों से कचरा उठाने से लेकर ट्रेंचिंग ग्राउंड तक डंप करने की व्यवस्था अपनाई जानी है। बाजारों में कचरा डालने के लिए जगह-जगह बिन्स लगाए गए हैं। अंडर ग्राउंड डस्टबिन लगाने की भी शुरुआत हो गई है। वहीं डलावघर को आधुनिक डंपिंग स्टेशन में बदलने की योजना है।