BAREILLY विशारतगंज में जेसीबी की टक्कर से घायल प्राइमरी स्कूल के हेड मास्टर इसरार को पीआरवी ने हॉस्पिटल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस का वेट किया था, जिसके चलते इसरार की जान चली गई थी। इसरार की तरह हॉस्पिटल पहुंचने की देरी से किसी भी घायल की जान न जाए, इसके लिए एसएसपी ने सभी पीआरवी को सख्त हिदायत दी है। यूपी 100 में तैनात पुलिसकर्मी पीआरवी की सीट गंदी होने का बहाना भी नहीं बना सकेंगे। क्योंकि अब उन्हें सीट कवर दिए गए हैं, जिसमें घायल को कवर करके हॉस्पिटल पहुंचाना होगा। यदि हॉस्पिटल से डॉक्टर घायल को दूसरे हॉस्पिटल में रेफर करेंगे तो वहां भी पीआरवी को घायल को पहुंचाना ही होगा। यूपी 100 के नोडल ऑफिसर ने सभी 84 पीआरवी को संडे सीट कवर वितरित कर दिए हैं।

 

इस तरह से होती है देरी

- कई पीआरवी में तैनात पुलिसकर्मी खून से लथपथ घायल को हॉस्पिटल पहुंचाने में देर कर देते हैं, जिसकी वजह से घायल की जान भी चली जाती है।

-पीआरवी सरकारी एंबुलेंस 108 को फोन करके बुलाती है, जिसकी वजह से भी हॉस्पिटल पहुंचने में देरी होती है।

-कई बार पीआरवी घायल को हॉस्पिटल पहुंचाने की वजाय उसे थाने में यह समझकर पहुंचा देती है कि उसे मामूली चोट लगी

-कभी-कभी पीआरवी में तैनात पुलिसकर्मी गुडवर्क दिखाने के लिए मौके पर फोटो-वीडियो भी बनाते हैं, इसमें भी देरी हो जाती है

-पीआरवी हॉस्पिटल तो पहुंचा देती है लेकिन उसके बाद वहां से वापस चली जाती है, जबकि सीरियस मामलों में उसे रेफर भी किया जाता है

 

अब यह सख्त निर्देश

-पीआरवी घायल को तुरंत पास के हॉस्पिटल में पहुंचाएगी

-यदि डॉक्टर घायल को रेफर करते हैं तो रेफर वाले हॉस्पिटल लेकर जाना होगा

-सीट गंदी होने का कोई भी पीआरवी कर्मी बहाना नहीं बनाएगा

-खून से लथपथ घायल को सीट कवर में रखकर ले जाना होगा

-महिला, जाति, सम्प्रदाय, लूट, डकैती की सूचना तुरंत कंट्रोल रूम को देनी होगी

-गंभीर मामलों की सूचना तुरंत एरिया के एसएचओ और सीओ को देनी होगी

 

किसी भी घायल को पीआरवी तुरंत हॉस्पिटल पहुंचाएगी। अब सीट गंदी होने का बहाना नहीं चलेगा, सभी को सीट कवर दिए गए हैं।

कमलेश बहादुर, प्रभारी अधिकारी यूपी 100 /एसपी ट्रैफिक