-7 फरवरी से शुरू हो रहे हैं, यूपी बोर्ड के एग्जाम

-इंटरमीडिएट स्टूडेंट्स के 21 और 22 को लगातार पेपर

<-7 फरवरी से शुरू हो रहे हैं, यूपी बोर्ड के एग्जाम

-इंटरमीडिएट स्टूडेंट्स के ख्क् और ख्ख् को लगातार पेपर

BAREILLYBAREILLY :

यूपी बोर्ड एग्जाम की स्कीम ने साइंस स्ट्रीम के स्टूडेंट्स की नींद उड़ा दी है। क्योंकि स्कीम बनाते वक्त माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अधिकारियों ने साइंस के पेपर बैक टू बैक रख दिए। ऐसे में, स्टूडेंट्स के पास पेपर की तैयारी करने का मौका तो दूर सांस लेने की भी फुर्सत नजर नहीं आ रही है। इसको लेकर न सिर्फ स्टूडेंट्स बल्कि टीचर्स भी चिंतित है। स्कीम में डेट की अनदेखी से शिक्षा विभाग के अधिकारी भी सहमत हैं, लेकिन डेट में बदलाव को लेकर कोई कुछ भी कहने से बच रहा है.फिलहाल, स्टूडेंट्स डेटशीट चेंज कराने की मांग को लेकर शिक्षा सचिव, सहायक शिक्षा सचिव और डिप्टी सीएम को पत्र भेजकर की है।

क्भ् फरवरी के बाद म् दिन का गैप

इंटरमीडिएट स्टूडेंट्स की प्रॉब्लम है कि एग्जाम 7 फरवरी से शुरू हैं। एग्जाम में पहले तो एक सब्जेक्ट के दो पेपर होते थे। जिसमें स्टडी फ‌र्स्ट या फिर सेकंड में कर ली जाती थी। लेकिन जब से एक सब्जेक्ट का एक पेपर हुआ है, तब उन्हें एक ही पेपर के लिए पूरी मेहनत करनी है। इसीलिए पेपर में स्टडी नहीं हो पाई तो फेल होने के अलावा कोई चांस ही नहीं बचेगा। साइंस साइड के स्टूडेंट़्स की डेटशीट में क्ख् फरवरी को हिन्दी का पेपर सेकंड मीटिंग में है। इसके बाद क्भ् फरवरी को सेकंड मीटिंग में केमिस्ट्री पेपर है।

कम्प्यूटर, मैथ्स और फिजिक्स बैक टू बैक

छह दिन के लम्बे गैप के बाद ख्क् फरवरी को फ‌र्स्ट मीटिंग में सुबह 8 बजे से सवा क्क् बजे तक कम्प्यूटर और सेकंड मीटिंग में ख् बजे से सवा पांच बजे तक मैथ्स का पेपर रख दिया है। इसके बाद ख्ख् फरवरी को सेकंड मीटिंग ख् से सवा पांच बजे तक फिजिक्स का पेपर है। इसको लेकर स्टूडेंट्स को अब स्टडी का डर सता रहा है। क्योंकि समय न मिलना और लगातार पेपर वह भी मैथ्स और फिजिक्स के होने से स्टडी कैसे कर पाएंगे।

डिप्टी सीएम को भी भेजा पत्र

यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट साइंस साइड स्टूडेंट्स की यह समस्या कोई एक कॉलेज कें स्टूडेंट्स की नहीं बल्कि सभी स्टूडेंट् की है। जिसको लेकर कई स्कूल्स के स्टूडेंट्स ने डेटशीट में संशोधन कराने के लिए डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, शिक्षा सचिव और सहायक शिक्षा सचिव के साथ अपने कॉलेज प्रिंसिपल को भी प्रार्थना पत्र दे चुके हैं.फिलहाल अभी इस मामले में स्टूडेंट्स को कहीं से राहत नहीं मिली है।

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बोले स्टूडेंट्स

मैंने कम्प्यूटर सब्जेक्ट लिया है। लगातार पेपर होने की वजह से मैथ्स और फिजिक्स की स्टडी करने का मौका नहीं मिल रहा है, जिसके चलते अच्छे मा‌र्क्स एक तरह से चैलेंज सा होगा।

समन्वय यादव, स्टूडेंट्स

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स्कीम साइंस साइड के स्टूडेंट्स को ध्यान में रखकर नहीं बनाई गई है। जिस कारण तीन अहम पेपर बैक टू बैक रख दिए है। स्कीम में बदलाव हाेना चाहिए।

अभिषेक चौहान

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पेपर में अल्टरनेट डे होना चाहिए, लेकिन बोर्ड ने जो स्कीम तैयार की है उसमें व्यवहारिक समस्या है। बैक टू बैक पेपर होने से बच्चों को स्टडी के लिए समय नहीं मिल पाएगा, चंद घंटे ही ि1मल पाएंगे।

एसपी पाण्डेय, प्रिंसिपल, गुलाबराय इंटर कॉलेज

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इंटरमीडिएट बोर्ड एग्जाम की डेटशीट में बैक-टू-बैक पेपर होने से स्टूडेंट्स को प्रॉब्लम तो होगी ही। लेकिन यह नॉर्मल है, इसके लिए स्टूडेंट्स को पहले से ही स्टडी करनी चाहिए। ताकि प्रॉब्लम से बचा जा सके।

मनोज सक्सेना, प्रिंसिपल एमबी इंटर कॉलेज

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मैंने इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा सचिव से भी आपत्ति जाहिर की है। स्टूडेंट्स ने भी आपत्ति जताई है। स्टूडेंट्स के बैक टू बैक पेपर होने से स्टडी के लिए समय नहीं मिल पाएगा। जाहिर है इससे स्टूडेंट्स के मा‌र्क्स पर इफेक्ट पड़ेगा।

बृजमोहन शर्मा, प्रिंसिपल, जयनारायण सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज

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स्टूडेंट्स के लिए इस तरह की कोई समस्या नहीं है। समस्या तो जब होती है जब एक समय में एक स्टूडेंट्स के दो पेपर होते है। तभी डेटशीट में संशोधन संभव होता है। ऐसी स्थिति में संशोधन मुश्किल लग रहा है।

कांता प्रसाद, माध्यमिक शिक्षा परिषद, क्षेत्रीय बोर्ड आफिस बरेली