-रोडवेज बनारस रीजन के नोडल अफसर ने किया बस स्टेशन का इंस्पेक्शन

- कैंट व काशी डिपो में महिला शौचालय नहीं होने पर जतायी नाराजगी

- डिपो में गंदगी देख लगाई एआरएम को फटकार

उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के जीएम मो। रहमान खान शनिवार को उस वक्त हैरान हो गये जब उन्हें पता चला कि कैंट रोडवेज स्टेशन पर लेडीज टॉयलेट नहीं है। इसपर उन्होंने नाराजगी जतायी और जल्द टॉयलेट निर्माण कराने का अफसरों को निर्देश दिया। जीएम शनिवार को रोडवेज बस स्टेशन कैंट व काशी डिपो का इंस्पेक्शन करने पहुंचे थे।

गंदगी देख हुए नाराज

दोपहर में पहुंचे बनारस रीजन के नोडल अफसर मो। रहमान सबसे पहले कैंट डिपो पहुंचे, यहां गंदगी और अव्यवस्थाओं से नाखुश हुए। पता लगा कि डिपो में महिला शौचालय नहीं है। महिला कर्मचारियों ने शिकायत किया कि टॉयलेट यूज करने के लिए पास के प्राइवेट हॉस्पिटल में जाना पड़ता है। रात में काशी डिपो पहुंचे तो यहां की स्थिति देख नाखुश हुए। भारी गंदगी और यहां भी लेडिज टायलेट नहीं होने पर अधिकारियों पर नाराजगी जताई। आरएम को निर्देशित किया कि जल्द से जल्द दोनों डिपो में लेडिज टायलेट का निर्माण होना चाहिए। वहीं इंस्पेक्शन के दौरान काशी एआरएम नदारद रहे जिसपर जीएम ने नाराजगी जाहिर की। यहां यात्रियों के उपलब्ध पेयजल व्यवस्थाओं का जायजा लिया। वाटर एटीएम के पास पहुंचे और कर्मचारी से पेयजल सुविधाओं के बारे में पूछा। परिसर में साफ-सफाई और बेहतर बनाने के लिए आरएम केके शर्मा को निर्देशित किया। वहीं कार्य में लापरवाही पर यहां के तीन लिपिकों को टेबलमुक्त कर दिया गया।

डग्गामारी पर लगे लगाम

पिछले दिनों हुई रोडवेज कर्मियों और बस माफियाओं के बीच मारपीट मामले को भी जीएम ने संज्ञान में लिया। आरएम ऑफिस में बैठक के दौरान जीएम ने रोडवेज अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर हाल में डग्गामार वाहनों का संचालन रोडवेज के दायरे में न हो। इसे प्रभावी ढंग से अमल में लाने के लिए मुख्यालय में भी बातचीत कर आगे की रणनीति पर बल दिया। मीटिंग में आरएम केके शर्मा, एआरएम ग्रामीण आरके ओझा, यातायात अधीक्षक अरविंद मिश्रा, यूनियन नेता इंद्रेश मिश्रा आदि रहे।