-जून 2013 में आई आपदा के बाद भी देशी-विदेशी पर्यटकों की आमद में बढ़ोत्तरी

DEHRADUN: भले ही राज्य में आपदा से कितना नुकसान हुआ हो, 16 सालों के दौरान राज्य में कितने ही राजनीति उठापटक देखने को मिले हों, लेकिन द एसोसिएट चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (एसोचैमम) ने साल-दर-साल उत्तराखंड को फुल मार्कस दिए हैं। एसोचैम ने कहा कि वर्ष ख्00ब्-0भ् से ख्0क्ब्-क्भ् के बीच साल दर साल विकास दर (सीएजीआर) के मामले में उत्तराखंड देश में अव्वल स्थान पर रहा है।

रिपोर्ट भी की जारी

राजपुर रोड एक होटल में मीडिया से बातचीत में एसाचैम के जनरल सेक्रेटरी डीएस रावत व उत्तराखंड डेवलपमेंट टास्क फोर्स के अध्यक्ष बाबू लाल जैन ने शुक्रवार को 'उत्तराखंड ऑन एक्सप्रेस-वे टू ग्रोथ' नाम से रिपोर्ट भी जारी की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड ने उद्योग सेक्टर में क्म्.भ् फीसदी व सेवा क्षेत्र में क्ख्.फ् फीसदी की सीएजीआर हासिल की। जबकि, राष्ट्रीय औसत सात प्रतिशत पर सिमटा रहा। महासचिव डीएस रावत ने कहा कि उत्तराखंड ने ख्00ब्-0भ् से ख्0क्ब्-क्भ् के मध्य क्ख् प्रतिशत से अधिक सीएजीआर प्राप्त कर उल्लेखनीय आर्थिक प्रगति की है, जो बाकी प्रमुख राज्यों में सबसे अधिक है। जिस तरह से उद्योग व सेवा क्षेत्र में राज्य ने सबसे अधिक प्रगति की है, उसे देखते हुए सरकार को इस क्षेत्र में अधिक ध्यान देने की जरूरत है। जिससे रोजगार के नए अवसर प्राप्त हों व राज्य की प्रगति के पथ पर आगे और बढ़ सके।

रिपोर्ट के हाइलाइट्स

-वर्ष ख्0क्भ्-क्म् में अधिकतर निवेशकों का रुझान मूलभूत ढांचे, निर्माण, रियल एस्टेट, विद्युत सेक्टर में रहा।

- इन सेक्टर में कुल 97 प्रतिशत निवेश किया गया।

- वहीं, परियोजनाओं के क्रियान्वयन में भी राज्य को अग्रणी बताया गया है।

-इस मामले में सिर्फ हरियाणा ही उत्तराखंड से आगे है।

-जून ख्0क्फ् में आई आपदा के बाद भी देशी-विदेशी पर्यटकों की आमद में बढ़ोत्तरी रही है।

-ख्0क्ब्-क्भ् में फ्9 प्रतिशत डीएसडीपी रही है, जबकि क्0 साल पहले यह दर महज ख्7 प्रतिशत तक ही थी।

-ठोस आर्थिक प्रगति के कारण राज्य में धन लगाने के प्रति निवेशकों का उत्साह बढ़ा है।

-ख्0क्भ्-क्म् तक राज्य का कुल निवेश साल दर साल ख्ब् प्रतिशत की वृद्धि के साथ क्.ब्भ् लाख करोड़ तक पहुंच गया।

-ढांचागत सुविधाआें पर सुधार का सुझाव िदया है।

कृषि में पिछड़ता राज्य

एसोचैम की रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष ख्00ब्-0भ् में प्रदेश की जीएसडीपी ख्ख् प्रतिशत थी, जिसके ग्राफ में डाउनफाल आते हुए नौ प्रतिशत पर सिमट गई है। सीएजीआर के मामले में भी कृषि क्षेत्र का प्रदर्शन खराब रहा। वर्ष ख्00ब्-0भ् से ख्0क्ब्-क्भ् के बीच राज्य ने महज तीन फीसदी सीएजीआर प्राप्त किया। हालांकि सिंचाई व्यवस्था में बढ़ोत्तरी को देखते हुए पिछले साल तक कृषि सेक्टर में विकास की दर ख्.भ् फीसदी ऋणात्मक थी, जो अब कुछ बढ़कर पांच प्रतिशत हुई है। रिपोर्ट में सुझाव दिए गए हैं कि कृषि सेक्टर में सुधार के लिए उत्तराखंड की कुल श्रमशक्ति के भ्क् फीसदी हिस्से में कुल ग्रामीण कामगार म्7 फीसदी है और अधिकतर लोग कृषि क्षेत्र पर निर्भर हैं।