कानपुर। लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण में उत्तराखंड की सभी 5 सीटों पर 57.85 प्रतिशत मतदान हुआ, जो कि 2014 में हुई वोटिंग से करीब 4 परसेंट कम है। बता दें कि 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड की सभी सीटों पर 62.15 परसेंट वोटर्स ने मतदान किया था।

पांचों लोकसभा सीटों पर इस तरह गिरा वोट प्रतिशत
उत्तराखंड की सभी 5 सीटों पर आज हुई वोटिंग में पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में 4 परसेंट से ज्यादा गिरावट दर्ज की गई। राज्य की राजधानी देहरादून को खुद में समेटे हुए टिहरी गढ़वाल सीट पर 54.38 परसेंट वोटिंग हुई, जबकि साल 2014 में हुए चुनाव में यहां 57.50 परसेंट वोट पड़े थे। इसी तरह हरिद्वार सीट पर 2014 में पड़े 71.63 फीसदी वोट की तुलना में इस बार सिर्फ 66.24 परसेंट वोटर्स ने मतदान किया। गढ़वाल सीट पर भी पिछले 55.03 परसेंट से काफी कम यानि सिर्फ 49.89 परसेंट वोट पड़े। इसी तरह अल्मोड़ा में इस बार 48.78 परसेंट वोट पड़े, जो पिछले 53.22 परसेंट की तुलना में कम हैं। नैनीताल ऊधम सिंह नगर सीट पर जरूर वोट परसेंट में कम गिरावट हुई। यहां 2014 में 68.69 परसेंट वोट पड़े थे, जबकि इस बार यहां 66.39 प्रतिशत वोटर्स ने मतदान किया।

 

राज्य की सभी लोकसभा सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच है सीधा मुकाबला
बता दें उत्तराखंड की इन सभी सीटों पर मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस के बीच ही है. टिहरी गढ़वाल लोकसभा सीट से बीजेपी की ओर से माला राज्य लक्ष्मी शाह और कांग्रेस के प्रीतम सिंह आमने सामने हैं। वहीं राज्य की दूसरी महत्वपूर्ण लोकसभा सीट गढ़वाल है। यहां से बीजेपी की ओर से तीरथ सिंह रावत और कांग्रेस से मनीष खंडूरी (पूर्व सीएम रहे बीसी खंडूरी के बेटे) चुनाव लड़ रहे हैं।

अजय टमटा और प्रदीप टमटा भी कर रहे हैं जोरदार फाइट
इनके अलावा अल्मोड़ा से बीजेपी के अजय टमटा और कांग्रेस के प्रदीप टमटा के बीच सीधा मुकाबला है। उत्तराखंड की चौथी लोकसभी सीट नैनीताल पर बीजेपी के अजय भट्ट और कांग्रेस नेता व पूर्व सीएम हरीश चंद्र सिंह रावत फाइट कर रहे हैं. हरीद्वार सीट से भाजपा नेता और पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक केा टक्कर रहे हैं कांग्रेस के अम्बरीश कुमार।